नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 चौथे चरण में प्रवेश कर चुका है। इस बीच एक बार फिर राजनीतिक चर्चा पुलवामा आतंकवादी हमले और बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक की ओर मुड़ गई है। ऐसे में इस बार तेलंगाना के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी ने मोदी सरकार के खिलाफ तीखी आलोचना की। हालांकि, इसपर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पलटवार भी किया है।
जहां एक ओर रेड्डी ने पुलवामा हमले की निंदा की और मोदी सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए इस घटना का फायदा उठाने का आरोप लगाया तो वहीं पुलवामा हमले को लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने हमला बोला।
उन्होंने कहा, "उन्हें (रेवंत रेड्डी) याद रखना चाहिए कि फवाद चौधरी जो उनके (रेवंत रेड्डी) सबसे बड़े नेता राहुल गांधी पर समर्थन बरसा रहे हैं, उन्होंने इमरान खान सरकार के मंत्री के रूप में पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कहा था कि 'हमने पुलवामा तक घुस के मारा है'। रेवंत रेड्डी को या तो कोई जानकारी नहीं है या फिर पाकिस्तान के प्रति इतना प्यार है कि पाकिस्तान के मंत्री के ऐसा कहने के बाद भी वह देख और सुन नहीं पा रहे हैं।"
बता दें कि रेड्डी ने ऐसे हमलों को रोकने में सरकार की तैयारियों और खुफिया एजेंसियों की प्रभावशीलता पर सवाल उठाए। रेड्डी ने अन्य विपक्षी नेताओं द्वारा व्यक्त की गई भावनाओं को दोहराते हुए बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक की प्रामाणिकता पर भी संदेह जताया।
रेड्डी ने कहा, "मोदी के लिए सब कुछ राजनीति है, सब कुछ चुनाव जीतना है। वे हर बात का जवाब 'जय श्री राम' से देते हैं। पुलवामा घटना इसका उत्कृष्ट उदाहरण है। वे असफल हो गए हैं। आईबी क्या कर रही है? इंटेलिजेंस नेटवर्क क्या कर रहा है? पुलवामा घटना के बाद सर्जिकल स्ट्राइक से मोदी जी ने राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास किया।"
उन्होंने ये भी कहा था, "मेरा उनसे सवाल है - आप क्या कर रहे हैं? पुलवामा की घटना क्यों हुई? आपने ऐसा क्यों होने दिया? आंतरिक सुरक्षा को लेकर आप क्या कर रहे हैं? आपने इंटेलिजेंस ब्यूरो, रॉ जैसी एजेंसियों का उपयोग क्यों नहीं किया?"
पुलवामा हमला 14 फरवरी, 2019 को हुआ था, जब जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने आईईडी से भरे वाहन को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दिया था। 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के ठिकाने को निशाना बनाया, जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए और उनके बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया गया।