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Ravi Sinha: भोजपुर में जन्म, दिल्ली से पढ़ाई, 1988 में यूपीएससी परीक्षा पास की और मध्य प्रदेश होते हुए छत्तीसगढ़ पहुंचे, जानें कौन हैं रॉ प्रमुख

By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 19, 2023 16:16 IST

Ravi Sinha: छत्तीसगढ़ कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रवि सिन्हा को रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है।

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ठळक मुद्देरवि सिन्हा सामंत कुमार गोयल की जगह लेंगे।सामंत कुमार गोयल का कार्यकाल 30 जून, 2023 को समाप्त हो रहा है।वर्तमान में विशेष सचिव, कैबिनेट सचिवालय (एसआर) के रूप में तैनात हैं।

Ravi Sinha: केंद्र ने सोमवार को वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी रवि सिन्हा को अगले दो वर्षों के लिए नए अनुसंधान और विश्लेषण विंग (RAW) प्रमुख के रूप में नियुक्त किया। कार्मिक मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने 1988 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी सिन्हा को नए रॉ प्रमुख के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है।

वर्तमान में विशेष सचिव, कैबिनेट सचिवालय (एसआर) के रूप में तैनात हैं। सिन्हा पंजाब कैडर के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी सामंत कुमार गोयल का स्थान लेंगे, जो 30 जून को अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। तारीख से दो साल का कार्यकाल होगा।

बिहार के भोजपुर के रहने वाले रवि सिन्हा ने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पढ़ाई की और 1988 में यूपीएससी परीक्षा पास की। यूपीएससी के तहत मध्य प्रदेश के अधिकारी के रूप में सेवा की शुरुआत की। 2000 में अलग राज्य बनने पर छत्तीसगढ़ कॉडर मिला। 

कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने सिन्हा की दो साल के कार्यकाल के लिए रॉ के सचिव के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। सिन्हा दो दशक से अधिक समय से इस प्रतिष्ठित खुफिया एजेंसी से जुड़े रहे हैं। वह अपनी पदोन्नति से पहले रॉ की अभियानगत शाखा का नेतृत्व कर रहे थे।

पड़ोसी देशों के मामलों के विशेषज्ञ माने जाने वाले सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर के अलावा कई देशों में बड़े पैमाने पर काम किया है। वह ऐसे समय में रॉ की कमान संभाल रहे हैं, जब कुछ देशों से सिख चरमपंथ को हवा देने की कोशिशें की जा रही हैं। सिन्हा के पूर्ववर्ती गोयल को जून 2019 में दो साल के लिए रॉ प्रमुख नियुक्त किया गया था।

बाद में उन्हें 2021 और जून 2022 में एक-एक साल का दो बार सेवा विस्तार दिया गया था। माना जाता है कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित मामलों के विशेषज्ञ गोयल ने पाकिस्तान के बालाकोट में फरवरी 2019 के सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

सर्जिकल स्ट्राइक पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेने के लिए की गई थी। पुलवामा हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक आत्मघाती हमलावर ने यह हमला किया था। हमले के जवाब में, भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी, 2019 को बालाकोट में जैश के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया था।

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