शपथ लेने के दौरान विपक्ष की नारेबाजी व वाकआउट पर बोले रंजन गोगोई, 'मुझे उन लोगों पर कोई टिप्पणी नहीं करनी'
By पल्लवी कुमारी | Published: March 19, 2020 01:14 PM2020-03-19T13:14:39+5:302020-03-19T13:14:39+5:30
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर रंजन गोगोई जैसे ही शपथ लेने निर्धारित स्थान पर पहुंचे, वैसे ही विपक्षी सदस्यों ने शोर-शराबा शुरू कर दिया। शपथ लेने के पहले रंजन गोगोई ने कहा था कि वह इस बारे में मीडिया से विस्तार से चर्चा करेंगे।
नई दिल्ली: देश के देश के पूर्व प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) रंजन गोगोई ने आज (19 मार्च) को राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली। कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी सदस्यों ने इस दौरान सदन में जमकर नारेबाजी की। इसके साथ ही कांग्रेस, वाम आदि सदस्यों ने विरोध जताते हुए सदन से वाकआउट किया। इस पूरी घटना पर मीडिया से बात करते हुए रंजन गोगोई ने कहा, 'मुझे उन लोगों पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है।'
रंजन गोगोई के शपथ लेते वक्त सदन मे जोरदार हंगामा
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर गोगोई जैसे ही शपथ लेने निर्धारित स्थान पर पहुंचे, वैसे ही विपक्षी सदस्यों ने शोर-शराबा शुरू कर दिया। हंगामे पर आपत्ति जताते हुए सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि ऐसा व्यवहार सदस्यों की मर्यादा के अनुरूप नहीं है। गोगोई ने अंग्रेजी में शपथ ली। शपथ लेने के बाद उन्होंने सभापति और अन्य सदस्यों का अभिवादन किया। सदन में हंगामे पर सभापति नायडू ने कहा, ‘‘आप संवैधानिक प्रावधानों को जानते हैं, आप उदाहरणों को जानते हैं, आप राष्ट्रपति के अधिकारों को जानते हैं।"
सदन में हंगामे पर सभापति जानें एम वेंकैया नायडू ने क्या कहा?
हंगामे पर आपत्ति जताते हुए सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा "आपको सदन में ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए। किसी मुद्दे पर पर आप अपनी राय सदन के बाहर व्यक्त करने के लिए स्वतंत्रता हैं।" कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि विपक्षी सदस्यों का आचरण "पूरी तरह से अनुचित" था। प्रसाद ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों के कई गणमान्य लोग इस सदन के सदस्य रहे हैं। उन लोगों में पूर्व न्यायाधीश भी शामिल हैं जिन्हें मनोनीत किया गया था। नायडू ने कहा, "हमें सदस्य का सम्मान करना चाहिए।" सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कई सदस्यों ने गोगोई को बधाई दी। वह सदन में मनोनीत सदस्य सोनल मान सिंह के पास वाली सीट पर बैठे थे। गौरतलब है कि पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई को हाल ही में राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था।
शपथ लेने के पहले रंजन गोगोई ने कहा था- मुझे शपथ लेने दीजिए, राज्यसभा मनोनयन स्वीकार करने पर चर्चा करूंगा
17 मार्च को मीडिया से बात करते हुए पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने खुद को राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने को लेकर उठे विवाद के बीच कहा था कि शपथ लेने के बाद उच्च सदन की सीट की पेशकश स्वीकार करने के बारे में वह विस्तार से बोलेंगे। गुवाहाटी में अपने आवास पर मुलाकात के लिये पहुंचे संवाददाताओं से संक्षिप्त बातचीत में गोगोई ने कहा, “मैं संभवत: कल दिल्ली जाऊंगा।” उन्होंने कहा, “पहले मुझे शपथ लेने दीजिए, इसके बाद मैं मीडिया से इस बारे में विस्तार से चर्चा करूंगा कि मैंने यह पद क्यों स्वीकार किया और मैं राज्यसभा क्यों जा रहा हूं।”