जाकिर नाईक का फॉलोवर और गोरखपुर टेरर फंडिंग मामले का मास्टरमांइड रमेश शाह गिरफ्तार
By भारती द्विवेदी | Published: June 22, 2018 08:51 AM2018-06-22T08:51:06+5:302018-06-22T08:51:06+5:30
एटीएस द्वारा मार्च में हुई कार्रवाई के बाद से ही रमेश शाह फरार चल रहा था।
नई दिल्ली, 22 जून: उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र एटीएस ने देर रात कार्रवाई कर गोरखपुर टेरर फंडिंग मामले के मास्टर माइंड रमेश शाह को गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई देर रात पुणे में की गई है। गिरफ्तारी के बाद रमेश शाह को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है। डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश एटीएस ने 24 मार्च को यूपी की अलग-अलग जगहों से टेरर फंडिंग में छह लोगों को गिरफ्तार किया था। छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद ही रमेश शाह का नाम सामने आया था। साथ ही ये भी खुलासा हुआ था कि इनका पूरा नेटवर्क खाड़ी देशो के अलावा पाकिस्तान और नेपाल तक है।
रमेश पर आरोप है कि वो पाकिस्तान में बैठे हैंडलर से सीधे तौर पर जुड़ा था। उसके कहने पर ही पैसे मांगाकर लोगों के खाते में जमा करवाता था। बिहार के गोपालगंज के रहनेवाले रमेश हवाला कारोबारियों से भी संपर्क में था। डीजीपी का दावा किया है कि रमेश के कहने पर ही और ठगी के जरिए मध्य-पूर्व के देशों, जम्मू-कश्मीर, केरल और पूर्वोत्तर के कई राज्यों से लॉटरी के नाम पर एक करोड़ रुपए से भी ज्यादा की रकम आई है। रमेश पहले भोले-भाले लोगों को कुछ रुपयों का लालच देकर उनके अकाउंट में पैसे मंगाता था, फिर उनके हिस्से की राशि छोड़ सारे पैसे निकाल लेता था। रमेश को कंप्यूटर की अच्छी जानकारी है। पाक हैंडलर और टेरर फंडिंग का मास्टरमाइंड रमेश जांच से बचने के लिए भारतीय जांच एजेंसियों को इंटरनेट कॉल के जरिए चकमा देते था।
टेरर फंडिंग के जरिए कमाई करने वाले रमेश ये पैसे कश्मीर में सेना पर पत्थर फेंकने वालों को देता था या नहीं, अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। एटीएस के अनुसार मास्टरमाइंड रमेश शाह जाकिर नाईक को फॉलो करता था। यूट्यूब पर जाकिर नाईक का वीडियो देखता था और उसे ही सुनकर ही देश विरोधी कामों में शामिल हुआ था। एनआईए और एटीएस ने जाकिर नाइक के फॉलोअर्स को पकड़ने के लिए यूट्यूब की मदद भी मांगी है। यूट्यूब से जानकारी मिलते ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी होगी।
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