रामदास आठवले यूपी में दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के इच्छुक, भाजपा से संभल और जौनपुर सीट चाहते हैं
By राजेंद्र कुमार | Published: January 29, 2024 05:17 PM2024-01-29T17:17:57+5:302024-01-29T17:39:41+5:30
रामदास आठवले ने कहा कि आरपीआई संभल और जौनपुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है। यह वो सीटें हैं, जहां भाजपा कभी भी चुनाव नहीं जीती है।
लखनऊ: केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी का ऑफ इंडिया (आरपीआई) के मुखिया रामदास आठवले सोमवार को लखनऊ में थे। इस दौरान उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती को आरपीआई में आने का न्योता दिया। उनका कहना है कि बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर के सपनों को साकार करने के लिए मायावती साथ आएं, तो हम उन्हें रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने को तैयार हैं। इसके साथ आठवले ने उत्तर प्रदेश में दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी भी पेश की है। उन्होंने कहा है कि इस संबंध में वह जल्दी ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं से बात करेंगे और उनके आग्रह करेंगे कि यूपी की जिन सीटों पर भाजपा अभी तक चुनाव नहीं जीती है, उनमें से दो सीटों आरपीआई को चुनाव लड़ने की लिए देने पर विचार करें। आरपीआई वह दोनों सीटें जीत कर भाजपा की झोली में डाल देगी। आरपीआई आगामी चार मार्च को लखनऊ में एक बड़ा सम्मेलन का आयोजन करेगी, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को बुलाया जाएगा।
संभल और जौनपुर सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा
रामदास आठवले और उनकी पार्टी लंबे समय से यूपी में अपनी जड़े जमाने का प्रयास कर रही है। लखनऊ सहित सूबे के कई जिलों में आरपीआई के पदाधिकारी जनता के बीच सक्रिय रहते हैं, लेकिन अभी तक यूपी की विधानसभा में उनका कोई नेता विधायक बनकर पहुंचा नहीं है। लोकसभा में भी यूपी से उनका कोई उम्मीदवार चुनाव जीतकर पहुंचा नहीं है। यहीं वजह है कि वह हर लोकसभा और विधानसभा चुनावों के पहले भाजपा से यूपी में एक दो सीटे चुनाव लड़ने के लिए मांगते हैं। सोमवार को भी उन्होने यहीं किया और यूपी की दो सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर अपनी दावेदारी पेश कर दी।
वीवीआइपी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुये रामदास आठवले ने कहा कि आरपीआई संभल और जौनपुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है। यह वो सीटें हैं, जहां भाजपा कभी भी चुनाव नहीं जीती है। रामदास आठवले ने कहा कि हम चाहते हैं कि भाजपा हमे ये सीटे चुनाव लड़ने के लिए दे। भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से दोनों दलों का फायदा होगा। यह सीटे हासिल करने के लिए रामदास सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के शीर्ष नेताओं से जल्दी ही मुलाक़ात करेगे। उन्होंने यह दावा भी किया है कि आरपीआई सिर्फ एससी, एसटी ही नहीं समाज के हर वर्ग को लेकर आगे बढ़ने में विश्वास रखती है।
मायावती से रिश्ते सुधारने की पहल
बसपा सुपीमों मायावती से साथ छत्तीस का आंकड़ा रखने वाले आरपीआई के मुखिया रामदास आठवले लोकसभा चुनावों के पहले पर मायावती से अपने राजनीतिक मतभेद खत्म करना चाहते हैं। अब वह चाहते हैं बहुजन समाज के हित में आरपीआई और बसपा मिलकर कार्य करें। एक दूसरे की खिलाफत करना बंद हो। इस सोच के तहत उन्होने मायावती को रिपब्लिकन पार्टी में आने का न्योता दिया। उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर के सपनों को साकार करने के लिए मायावती और आरपीआई एक मंच पर साथ आएं। हम उन्हें रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने को तैयार हैं। यह दावा करते हुए उन्होंने यूपी की 80 लोकसभा सीटों में 75 सीटों पर एनडीए गठबंधन की जीत का ऐलान कियाय़
यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन से एक-एक कर लोग बाहर जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और पंजाब में आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने की बात कह दी है। बिहार में नीतीश कुमार भी देश-हित में एनडीए में वापस आ गए हैं। ऐसा लगता है, सिर्फ कांग्रेस ही इंडिया गठबंधन में बचेगी और आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की 30 सीटें ही जीत पाएगी। आठवले ने कांग्रेस नेता सुधीर कुलकर्णी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की बात भी कही है। सुधीर कुलकर्णी ने संविधान निर्माण में बाबा साहेब के योगदान को कमतर बताया है, जिसे लेकर आठवले नाराज हैं।