यौन दुर्व्यवहार के रमानी के आरोप झूठे हैं: अकबर ने अदालत से फिर कहा
By भाषा | Updated: January 23, 2021 18:44 IST2021-01-23T18:44:53+5:302021-01-23T18:44:53+5:30

यौन दुर्व्यवहार के रमानी के आरोप झूठे हैं: अकबर ने अदालत से फिर कहा
नयी दिल्ली, 23 जनवरी पूर्व केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर ने शनिवार को दिल्ली की एक अदालत के समक्ष फिर से यह दलील दी कि पत्रकार प्रिया रमानी द्वारा उनके खिलाफ लगाये गये यौन दुर्व्यवहार के आरोप ‘‘मनगढ़ंत और झूठे’’ हैं।
अकबर ने वरिष्ठ अधिवक्ता गीता लूथरा के जरिये अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार के समक्ष यह दलील दी। अकबर द्वारा रमानी के खिलाफ दायर की की गई आपराधिक शिकायत की अंतिम सुनवाई के दौरान उनकी ओर से (अकबर की ओर से) यह दलील दी गई।
अकबर ने अपने खिलाफ यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाये जाने को लेकर रमानी के खिलाफ यह शिकायत दायर की थी।
रमानी ने 2018 में सोशल मीडिया पर चली ‘मीटू’ मुहिम के दौरान अकबर के खिलाफ यह यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था।
लूथरा ने कहा कि रमानी अपने ट्वीट हटा रही हैं जबकि यह विषय अदालत के विचारार्थ है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप (रमानी) 20-30 साल बात सोशल मीडिया पर सावधानी एवं सतर्कता के बिना और बगैर जिम्मेदारी लिये कोई आरोप नहीं लगा सकते हैं। ’’
लूथरा ने कहा कि पहले तो आपने यह कहा था कि ‘‘अकबर ने कुछ नहीं किया, फिर आपने उन्हें मीडिया का सबसे बड़ा वहशी कहा।’’
लूथरा ने कहा कि रमानी ने बचाव में विरोधाभासी दलीलें दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या आपको लैंडलाइन(फोन) रिकार्ड, होटल, पेट्रोल पावती,सीसीटीवी के साक्ष्य की जरूरत महसूस नहीं हुई। यह (होटल में अकबर के यौन दुर्व्यवहार करने का रमानी का दावा) मनगढंत और झूठा है। ’’
उन्होंने कहा कि रमानी की मित्र एवं मामले में एक मुख्य गवाह नीलोफर प्रत्यक्षदर्शी नहीं थी।
बहरहाल, अदालत ने विषय की अगली सुनवाई के लिए 27 जनवरी की तारीख तय की है।
अकबर ने रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत 15 अक्टूबर 2018 को दायर की थी। उन्होंने 17 अक्टूबर 2018 को केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
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