किसानों के प्रदर्शन के दौरान हिंसा होने के बाद राकेश टिकैत लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए

By भाषा | Updated: October 3, 2021 23:08 IST2021-10-03T23:08:04+5:302021-10-03T23:08:04+5:30

Rakesh Tikait left for Lakhimpur Kheri after violence broke out during farmers' protest | किसानों के प्रदर्शन के दौरान हिंसा होने के बाद राकेश टिकैत लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए

किसानों के प्रदर्शन के दौरान हिंसा होने के बाद राकेश टिकैत लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए

गाजियाबाद(उप्र), तीन अक्टूबर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत रविवार को अपने कई समर्थकों के साथ लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए। वहां किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में आठ लोग मारे गए हैं।

टिकैत लखीमपुर खीरी रविवार देर रात तक पहुंचेगे। वहीं, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी भी सोमवार को वहां जाएंगे। चौधरी ने ट्वीट किया, ‘‘किसानों का खून बहाया गया है। मैं कल लखीमपुर खीरी पहुंचूंगा।’’

दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर गाजीपुर से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होने से पहले भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता टिकैत ने दावा किया कि हिंसा के दौरान ‘कई किसानों’ के मारे जाने की आशंका है। हिंसा में दो वाहनों को भी कथित तौर पर आग लगा दी गई।

एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन में हिंसा भड़क जाने से आठ लोगों की मौत हो गई।

यह घटना तिकोनिया कोतवाली क्षेत्र के तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई। खबरों के मुताबिक दो एसयूवी वाहनों द्वारा कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने दो एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) में आग लगा दी।

खीरी के जिलाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने तिकोनिया में मीडियाकर्मियों को बताया कि इस घटना में चार किसान और चार अन्य (एसयूवी सवार) मारे गए।

टिकैत ने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा, ‘‘लखीमपुर में किसान प्रदर्शन के बाद लौट रहे थे, जब उन पर हमला हुआ। कुछ पर गाड़ी चढ़ा दी गई, उन पर गोलियां भी चलाई गईं। हमें अब तक मिली सूचना के मुताबिक घटना में कई लोग मारे गए हैं।’’

एक अन्य बयान में उन्होंने कहा कि घटना ने एक बार फिर से सरकार का क्रूर और अलोकतांत्रिक चेहरा सामने ला दिया है।

टिकैत ने कहा, ‘‘सरकार में बैठे लोगों ने आज दिखा दिया कि किसान आंदोलन को दबाने के लिए वे किस हद तक गिर सकते हैं। लेकिन सरकार भूल रही है कि अपने अधिकारों के लिए हम मुगलों और फिरंगियों के आगे भी नहीं झुके।’’

टिकैत ने उत्तर प्रदेश सरकार से ‘‘किसानों के हत्यारों’’ के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का अनुरोध किया और किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की।

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को कथित तौर पर दो वाहनों से कुचले जाने के बाद हिंसा भड़की।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Rakesh Tikait left for Lakhimpur Kheri after violence broke out during farmers' protest

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे