राजस्थानः मुद्दे पर विपक्ष के साथ, लेकिन बैठक से इसलिए बाहर रही मायावती!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: January 14, 2020 06:07 AM2020-01-14T06:07:00+5:302020-01-14T06:07:00+5:30
मायावती ने ट्वीट किया कि- जैसा कि सर्वविदित है कि राजस्थान कांग्रेसी सरकार को बीएसपी का बाहर से समर्थन दिये जाने पर भी, इन्होंने दूसरी बार वहां बीएसपी के विधायकों को तोड़कर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है. जो यह पूर्णतयाः विश्वासघाती है.
कांग्रेस के नेतृत्व में सीएए के मुद्दे पर विपक्ष की बैठक बुलाई गई, परन्तु इस बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती ने शामिल होने से इंकार कर दिया. कारण यह कि- राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने बसपा के 6 विधायकों को तोड़कर कांग्रेस में शामिल कर लिया था.
मायावती की नाराजगी का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर अपना गुस्सा जाहिर किया. मायावती ने ट्वीट किया कि- जैसा कि सर्वविदित है कि राजस्थान कांग्रेसी सरकार को बीएसपी का बाहर से समर्थन दिये जाने पर भी, इन्होंने दूसरी बार वहां बीएसपी के विधायकों को तोड़कर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है. जो यह पूर्णतयाः विश्वासघाती है.
दूसरे ट्वीट में नाराज मायावती ने लिखा कि- ऐसे में कांग्रेस के नेतृत्व में आज विपक्ष की बुलाई गई बैठक में बीएसपी का शामिल होना, यह राजस्थान में पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने वाला होगा. इसलिए बीएसपी इनकी इस बैठक में शामिल नहीं होगी.
मायावती का कहना है कि- वैसे भी बीएसपी सीएए, एनआरसी आदि के विरोध में है. केन्द्र सरकार से पुनः अपील है कि वह इस विभाजनकारी व असंवैधानिक कानून को वापिस ले. यही नहीं, ताजा हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर उन्होंने कहा कि- साथ ही, जेएनयू व अन्य शिक्षण संस्थानों में भी छात्रों का राजनीतिकरण करना यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण!
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत सरकार का समर्थन करने वाले बसपा के छह विधायकों ने इसी माह दिल्ली में औपचारिक तौर पर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कर ली थी. इन छह विधायकों के बसपा छोड़ने के बाद से ही बसपा प्रमुख मायावती कांग्रेस पर नाराजगी जाहिर करते हुए लगातार सियासी निशाना साधती रही हैं.