अजमेर: राजस्थान के हर जेल में सोमवार को राष्ट्रगाना गाना अब अनिवार्य होगा। डीजीपी (जेल) भूपेंद्र कुमार डाक ने इस संबंध में जयपुर, कोटा, अजमेर, जोधपुर और राज्य के अन्य सभी जेलों में इसका पालन कराने के दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। बताया गया है कि ऐसा करने के पीछे मकसद है कि राष्ट्रीयता और जिम्मेदारी की भावना सभी में जगाई जाए।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार डाक ने कहा, 'एक गर्वित भारतीय होने की भावना पैदा करना और राष्ट्र के साथ स्वयं को जोड़ना इस कार्यक्रम का थीम है।' जेल परिसर में कैदियों की साप्ताहिक परेड भी होगी जिसके बाद राष्ट्रगान होगा।
दरअसल, अब तक जेलों में केवल स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रगान गाया जाता था। हालांकि अब से हर कैदी के लिए सोमवार को राष्ट्रगान गाना अनिवार्य है।
अजमेर केंद्रीय जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि सोमवार सुबह सभी कैदी, कर्मचारी और अधिकारी जेल परिसर में एकत्र हुए और राष्ट्रगान गाया और 'भारत माता की जय' के नारे लगाए।
उन्होंने कहा कि कैदियों को राष्ट्रगान का उद्देश्य और महत्व भी बताया गया। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रगान सभी नागरिकों को एकजुट करता है और देश के महत्व और सुंदरता को बयान करता है। यह गीत सद्भाव का प्रतीक है।' इसी तरह के कार्यक्रम जयपुर, कोटा, जोधपुर सहित अन्य जेलों और यहां तक कि जिलों की छोटी जेलों में भी आयोजित किए गए। डीजीपी (जेल) के आदेश को छह फरवरी से लागू कर दिया गया है।