राजस्थान चुनाव राउंडअप: जानें मैदान में कुल कितने प्रत्याशी, कितनों ने लिए नाम वापस, कितने रद्द
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 6, 2018 04:59 AM2018-12-06T04:59:30+5:302018-12-06T04:59:30+5:30
राजस्थान चुनाव 2018: प्रचार के अंतिम दिन भाजपा-कांगे्रस दोनों ही दलों के स्टार प्रचारक 33 सभायें, चार रोड शो और पत्रकारों से वार्ता कर एक-दूसरे पर तंज कसे।
राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों के लिये सात दिसंबर को होने वाले मतदान को लेकर प्रत्याशियों की ओर किया जा रहा प्रचार आज शाम 5 बजे थम गया। राज्य में 4 करोड़ 74 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर 2274 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। अलवर जिले की रामगढ़ सीट पर बसपा प्रत्याशी की मृत्यु के कारण चुनाव स्थगित किया जा चुका है। वहां के लिये नये सिरे से तारीखों का एलान किया जायेगा।
कुल 2274 प्रत्याशी मैदान में हैं। 612 प्रत्याशियों को रदद किया गया, 578 ने अपने नाम वापिस लिये। कुल 3293 नामांकन भरे गये। भाजपा ने 200 सीटों पर प्रत्याशी उतारे वहीं कांग्रेस ने 195 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की। 4 कांग्रेस सीटों को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को दे दिया गया। बसपा ने 191 सीटों पर उम्मीदार घोषित किये तो आम आदमी पार्टी ने 143 सीटों पर। सीपीआई 16 सीपीएम 28 भारत वाहिनी पार्टी 63 और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 56 उम्मीदवार मैदान में हैं।
आज प्रचार के अंतिम दिन भाजपा-कांगे्रस दोनों ही दलों के स्टार प्रचारक 33 सभायें, चार रोड शो और पत्रकारों से वार्ता कर एक-दूसरे पर तंज कसे। दोनों ही पार्टियों के नेताओं अपनी-अपनी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन और प्रचार-प्रसार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
भाजपा के समर्थन में जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, शिवराज चैहान, हेमामालिनी, मनोज तिवाड़ी, स्मृति ईरानी, सांसद राज्यवर्धन सिंह, अर्जुन राम मेघवाल ने ताबड़तोड़ सभायें कर मतदाताओं को रिझााने की कोशिश की।
वहीं कांगे्रस के समर्थन में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अविनाश पांडे, अहमद पटेल, मुकुल वासनिक, राजबब्बर, कुमारी शैलजा, भूपेन्द्र सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजीव शुक्ला, मनीष तिवारी, नवजोत सिंह सिद्धू, दिग्विजय सिंह, हरीश रावत, प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट सहित अन्य नेताओं ने तूफानी सभायें और पत्रकारों से वार्ता कर कांगे्रस की उपलब्धियां गिनाई और भाजपा कमियों को सार्वजनिक किया। इसके अलावा अन्य दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों के समर्थन में कई वरिष्ठ नेताओं ने सभायें संबोधित की।