राजस्थान: बीजेपी सरकार के शिक्षा मंत्री ने कहा- न्यूटन से हजार साल पहले ब्रह्मगुप्त ने खोजा था ग्रैविटेशन लॉ
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: January 9, 2018 08:14 AM2018-01-09T08:14:17+5:302018-01-09T08:23:23+5:30
राजस्थान सरकार के मंत्री ने कहा कि देखना होगा कि जेएनयू की तरह राजस्थान विश्वविद्यालय में भी कन्हैया कुमार न पैदा हों।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने सोमवार (आठ जनवरी) को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाषण देते हुए कहा कि न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत उनसे बहुत पहले भारतीय गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त द्वितीय ने खोज लिया था। देवनानी राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार में प्राथमिक और सेंकेंडरी शिक्षा मंत्री हैं। देवनानी सोमवार को राजस्थान विश्वविद्यालय के 72वें स्थापना दिवस पर बोल रहे थे। देवनानी ने बीजेपी के सत्ता में आने के बाद पाठ्यपुस्तकों में किए गये बदलावों का भी जिक्र किया।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार कार्यक्रम में देवनानी ने कहा, "अभी मैं तीन चार दिन पहले पढ़ रहा था कि न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण का नियम किसने दिया? बताया कि न्यूटन ने दिया? मैं भी पढ़ा, आपने भी पढ़ा। गहरायी में जाएंगे तो ब्रह्मगुप्त द्वितीय ने उसेस एक हजार साल पहले ही गुरुत्वाकर्ण का नियम दिया था। "
देवनानी ने भाषण में सवाल उठाया कि ये जानकारी (ब्रह्मपुत्र द्वितीय के गुरुत्वाकर्षण का नियम देने की) पाठ्यक्रम में क्यों नहीं शामिल है? देवनानी ने कहा कि ये सही है कि ये सच है कि बाद में आधुनिक वैज्ञानिकों ने मेकिनिज्म विकसित किया, हम वो भी पढ़ाएंगे लेकिन हमें ऐसे विषय पाठ्यक्रम में शामिल करने चाहिए जो भारत के अनुकूल हों।
देवनानी ने कार्यक्रम में कहा कि कक्षा एक से 12 तक की स्कूली किताबों में बदलाव किये जा रहे हैं। देवनानी ने कहा, "यहां तक कि हमारे राजस्थान की किताबों में भी पढ़ाया जाता था कि अकबर महान था, आपने और मैंने सभी ने यही पढ़ा है। लेकिन आज अकबर महान का अध्याय हटा दिया गया है और उसकी जगह महाराणा प्रताप का अध्याय रखा गया है। "
देवनानी ने अपने भाषण में दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और कन्हैया कुमार का भी जिक्र किया। आईई के अनुसार देवनानी ने कहा, "रोज रोज जब अखबारों में पढ़ते हैं हिंसा की, तोड़फोड़ की, आगजनी की, इस प्रकार की राष्ट्रविरोधी जो गतिविधियां होती हैं उसके मेरे विश्वविद्यालय कैसे रोके। अब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का जब ...मैं बहुत ज्यादा जिक्र नहीं करता...वो अपने कन्हैया का बात अपने सबको जानकारी है।...राजस्थान में कोई कन्हैया पैदा न हो। "