राजस्थानः निकाय चुनावों में कांग्रेस को सता रहा है अनुच्छेद 370 का खौफ
By धीरेंद्र जैन | Updated: August 31, 2019 06:11 IST2019-08-31T06:11:19+5:302019-08-31T06:11:19+5:30
Rajasthan: सचिन पायटल ने 52 शहरी निकायों से जुड़े पदाधिकारियों व नेताओं को चुनावी तैयारी का जिम्मा सौंपा।

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राजस्थान में नवंबर में होने जा रहे शहरी निकायों के चुनाव को लेकर कांग्रेस को अनुच्छेद 370 के खत्म होने का खौफ सता रहा है। दो दिन पूर्व हुई कांग्रेस की पीसीसी में सचिन पायलट की अध्यक्षता में हुई तैयारी बैठक में भी यह मुद्दा छाया रहा।
बैठक में जब अध्यक्ष ने नेताओं को बोलने का अवसर दिया तो 370 को लेकर उनका दर्द फूट पड़ा। परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने धारा 370 पर खुलकर बात रखने की दलील दी। इस पर कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री दुर्रू मियां ने कहा कि 370 में पार्टी का स्टेंड स्पष्ट नहीं है।
अध्यक्ष कुछ बोलते हैं और अन्य नेता कुछ और। एक ओर जयराम रमेश और शशि थरूर पीएम की तारीफ करते हैं और दूसरी ओर राहुल गांध और पार्टी अध्यक्ष के बयान अलग हैं। हम जनता को क्या जवाब दें जनता हमसे पूछती है। सचिन पायलट ने यह कहते हुए उन्हें टोका कि यह स्थानीय निकाय चुनाव का मुद्दा नहीं है।
मंत्री शांति धारीवाल ने निकाय चुनाव में फील्ड में पर्यवेक्षक नहीं भेजने का सुझाव दिया। धारीवाल ने स्पष्ट कहा कि पर्यवेक्षक बनाकर भेजने वाले नेता खेल करते हैं, इसलिए इनका न भेजा जाना ही बेहतर है। सचिन पायटल ने 52 शहरी निकायों से जुड़े पदाधिकारियों व नेताओं को चुनावी तैयारी का जिम्मा सौंपा।