राजस्थान में छिड़े सियासी घमासान में अब भाजपा भी कूद पड़ी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर फोन टैपिंग के आरोप लगने के बाद भाजपा राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जवाब मांगा है। हम आपको बता दें कि फोन टैपिंग के आरोप कांग्रेस पार्टी के ही विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने लगाए हैं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मुझे पता लगा है कि कुछ कांग्रेसी विधायकों ने मुख्यमंत्री से अवैध रूप से फोन टैप किए जाने की शिकायत की है। कांग्रेस सरकार और उसके मुखिया को इस बारे में स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अवैध रूप से जनप्रतिनिधियों के फोन टैप कर उसका इस्तेमाल हथियार के रूप में करती है, यह आरोप कई बार लगाया गया है।
शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले साल कहा था कि राजस्थान में ऐसा नहीं होता है। जबकि उन्हीं के ही मंत्री ने विधानसभा में यह माना था कि कानूनी तौर पर फोन टैप किए गए थे।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जासूसी की साजिश
शेखावत के साथ ही कई अन्य भाजपा नेताओं पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। राजस्थान भाजपा के प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में जासूसी की साजिश चल रही है। कांग्रेस में घमासान के चलते राजस्थान बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है।
पद, पावर और पैसे को लेकर घमासान
भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि पिछले ढाई साल के दौरान राजस्थान कांग्रेस में पद, पावर और पैसे को लेकर आंतरिक घमासान चल रहा है। महीनों तक होटल में रुकते हैं तो कभी फोन टैप करने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया जाता है।
मुख्यमंत्री और गृहमंत्री दोषी
वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि फोन टैपिंग को लेकर कांग्रेस विधायक का बयान सारी स्थिति खुद बता रहा है। पूनिया ने कहा कि सरकार फोन टैपिंग और जासूसी कर रही है तो मेरा सवाल है कि वो कौन विधायक हैं, जिनके फोन टैप किए जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इसे उजागर करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक देश में इस तरह की कवायद होती है तो मुख्यमंत्री और गृहमंत्री दोषी होते हैं।