राजस्थान चुनाव: सूबे में मतदान फीसदी बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने उठाया ये कदम
By रामदीप मिश्रा | Published: November 28, 2018 07:50 PM2018-11-28T19:50:08+5:302018-11-28T19:50:08+5:30
उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद पारीक ने बताया कि प्रदेश के सभी 4 करोड़ 76 लाख से ज्यादा मतदाताओं तक 2 दिसंबर तक मतदाता पर्ची पहुंचाई जाएगी।
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम ने कहा कि राजस्थान के सभी जिलों में नवाचारों के जरिए मतदान के प्रति उत्साही माहौल बनाया जाए। सभी अधिकारी ग्राउंड लेवल पर जाकर मतदाताओं को जागरुक करें ताकि 7 दिसंबर को अधिकाधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें।
उन्होंने बुधवार को सचिवालय स्थित एनआईसी कक्ष से प्रदेश भर के जिलों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से मतदाता प्रतिशत बढ़ाने के लिए चलाए जा रहे 'स्वीप' कार्यक्रम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के ज्यादातर जिलों में स्वीप कार्यक्रमों और 25 नंवबर से 1 दिसंबर तक चल रहे 'सरगम सप्ताह' के माध्यम से विभिन्न आयोजन और नवाचार करते हुए आमजन में मतदान के प्रति जागरुकता बढ़ाई जा रही है। सभी जिलों में दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर्स की व्यवस्था कर ली गई है।
इसके अलावा प्रत्येक मतदान केंद्र पर दो-दो स्काउट गाइड कैडेट्स को भी नियोजित करने की व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि इस बार सभी मतदान केंद्रों पर चार पोस्टर चिपकाकर मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया और मतदान से जुड़ी जानकारियों के बारे में बताया जाएगा।
पहले पोस्टर में सभी उम्मीदवारों के नाम और चुनाव चिन्हों को दर्शाया जाएगा। वहीं दूसरे पोस्टर के जरिए ईवीएम-वीवीपैट के जरिए कैसे करें मतदान प्रक्रिया को चित्र के माध्यम से समझाया जाएगा। तीसरे पोस्टर में मतदान केंद्र पर क्या करें और क्या करें संबंधी गाइड लाइंस होंगी तो चौथे पोस्टर में मतदान के लिए मतदाता पर्ची के अलावा काम में आने वाले वैकल्पिक दस्तावेजों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद पारीक ने बताया कि प्रदेश के सभी 4 करोड़ 76 लाख से ज्यादा मतदाताओं तक 2 दिसंबर तक मतदाता पर्ची पहुंचाई जाएगी। पिछले विधानसभा चुनाव में मतदाता पर्ची का अच्छा रेस्पॉन्स मिला था। इसी तरह 72 हजार से ज्यादा दृष्टिबाधित मतदाताओं को भी ब्रेलयुक्त वोटर स्लिप का वितरण किया जाएगा।