लाइव न्यूज़ :

कुड़मी समाज के आह्वान पर झारखंड में शुरू हुआ रेल रोको आंदोलन, एसटी का दर्जा देने की मांग को लेकर कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन

By एस पी सिन्हा | Updated: September 20, 2025 18:54 IST

अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने और कुर्माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की अपनी मांग को लेकर आदिवासी कुडमी समाज ने शनिवार को विभिन्न स्टेशनों ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन किया।

Open in App

रांची: कुड़मी समाज के आह्वान पर शनिवार से झारखंड में अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन शुरू हो चुका है। दरअसल, अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने और कुर्माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की अपनी मांग को लेकर आदिवासी कुडमी समाज ने शनिवार को विभिन्न स्टेशनों ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन किया। इससे कई ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ। झारखंड के विभिन्न स्टेशनों पर रेल रोको आंदोलन से राज्य में रेल सेवाएं आंशिक रूप से बाधित हुईं। 

आदिवासी कुर्मी समाज (एकेएस) के बैनर तले रांची के राय स्टेशन, गिरिडीह के पारसनाथ और बोकारो जिले के चंद्रपुरा में प्रदर्शनकारियों ने पटरियों पर बैठकर आंदोलन को आवाज दी। वे समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने और कुर्माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की अपनी मांग पर ज़ोर दे रहे थे। रेलवे द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, आदिवासी कुड़मी समाज के आंदोलन के कारण दक्षिण पूर्व रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के अंतर्गत आने वाली ट्रेन सेवाएं आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं। 

इसमें कहा गया है कि हटिया-बर्धमान मेमू और टाटानगर-गुआ-टाटानगर मेमू सहित कम से कम तीन ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, एक को बीच में ही रोक दिया गया है और चार को नियंत्रित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाकर्मी प्रदर्शनकारियों को शांत करने और रेलवे ट्रैक खाली कराने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि आजसू समेत कई राजनीतिक दलों ने कुर्मियों के प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है। 

प्रदर्शन को देखते हुए, रांची प्रशासन ने जिले के विभिन्न स्टेशनों के 300 मीटर के दायरे में बीएनएसएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह आदेश मुरी, सिल्ली, खलारी और टाटीसिलवई में शुक्रवार रात 8 बजे से 21 सितंबर सुबह 8 बजे तक प्रभावी रहेगा। पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूम उपखंड के अंतर्गत टाटानगर, गोविंदपुर, राखा माइंस और हल्दीपोखर स्टेशनों पर भी 100 मीटर के दायरे में इसी तरह का आदेश लागू किया गया है।

 आदेशों के अनुसार, प्रदर्शन, धरना, पुतला दहन या घेराव, लाठी-डंडे और तीर-धनुष सहित किसी भी प्रकार के हथियार लेकर चलना, शांति भंग करने के इरादे से पांच या अधिक व्यक्तियों का एकत्र होना और सार्वजनिक भाषण देना प्रतिबंधित है। आदिवासी कुड़मी समाज के सदस्य और कुड़मी विकास मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शीतल ओहदार ने कहा कि वे शांतिपूर्ण तरीके से रेलवे पटरियों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

टॅग्स :झारखंडST
Open in App

संबंधित खबरें

भारतझारखंड में संभावित सियासी उलटफेर की खबरों पर कोई भी नेता खुलकर बोलने को नहीं है तैयार, सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार है गरम

भारतबिहार के बाद क्या झारखंड में भी बनेगी एनडीए सरकार, भाजपा-झामुमो के बीच खिचड़ी पकने की चर्चा से बढ़ा सियासी पारा

क्रिकेटटीम इंडिया से बाहर, 10 चौका, 8 छक्का, 50 गेंद और नाबाद 113 रन?, त्रिपुरा बॉलर पर टूटे इशान किशन

क्राइम अलर्टपत्नी आरती कुमारी, बेटी रूही कुमारी और बेटे विराज कुमार का गला घोंटा, फिर खुद वीरेंद्र मांझी ने फंदे से लटककर दी जान

क्राइम अलर्टमेले से लौटते समय खेत में बैठकर नाश्ता कर रहे थे 17 वर्षीय प्रेमिका के साथ नाबालिग ब्वॉयफ्रेंड, प्रेमी ने 3 दोस्त को बुलाया और बारी-बारी से किया सामूहिक रेप

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई