नई दिल्ली: अमेरिका में राहुल गांधी के दिए सिखों और अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता वाले बयान पर देश में स्थित उनकी मां सोनिया गांधी के घर पर सिख समुदाय ने जोरों से हंगामा कर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि, जो खबरें सामने आ रही हैं उसके हिसाब से भाजपा ने इसे करवाया। विरोध में हंगामा कर रहे लोगों ने कहा कि वे कांग्रेस शासन से ज्यादा भाजपा नीत सरकार में सुरक्षित हैं और ऐसे में सब ने एक सुर में कहा कि राहुल गांधी किसी भी कीमत पर माफी मांगे। गौरतलब है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अमेरिका के तीन दिन के दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने ये भी कहा कि भारत में राजनीति ही सबकुछ नहीं है।
देश में धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिका में राहुल गांधी की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए भाजपा समर्थित एक सिख समूह दिल्ली में कांग्रेस की सोनिया गांधी के आवास तक विरोध मार्च निकाल रहा है। यह तर्क देते हुए कि वे कांग्रेस शासन के मुकाबले भाजपा सरकार में अधिक सुरक्षित हैं, वे मांग कर रहे हैं कि श्री गांधी अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगें।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की आरक्षण संबंधी टिप्पणी ने कांग्रेस के आरक्षण विरोधी चेहरे की पोल खोल दी है और 'राष्ट्र विरोधी बयान' देना विपक्षी नेता तथा उनकी पार्टी की आदत बन गई है। शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते यह भी कहा कि जब तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) है, कोई भी आरक्षण खत्म नहीं कर सकता और न ही देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर सकता है। राहुल गांधी अभी अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और वर्जीनिया के उपनगर हर्नडॉन सहित कई अन्य स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित किया और भारत में लोकतंत्र तथा चुनाव सहित कई मुद्दों पर अपना पक्ष रखा।
भाजपा के नेता उनकी टिप्पणियों को भारत विरोधी बता रहे हैं और उन पर पिछले कुछ दिनों से हमले कर रहे हैं। राहुल गांधी ने मंगलवार को वाशिंगटन में 'नेशनल प्रेस क्लब' में संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में लोकतंत्र को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया गया है लेकिन अब लोकतंत्र फिर से पटरी पर लौट रहा है। शाह ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "देश विरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है।
चाहे जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गांधी ने देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है।" उन्होंने कहा कि भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गांधी की 'विभाजनकारी' सोच को दर्शाता है। शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने आरक्षण को समाप्त करने की बात कहकर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है।
उन्होंने कहा, "मन के विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से बाहर आ ही जाती है। मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।" राहुल गांधी ने जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से संवाद के दौरान सोमवार को कहा था कि कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे और फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।'