नई दिल्ली: विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को संसद में भाजपा पर हमला करने के लिए हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की टिप्पणी का हवाला दिया। गांधी ने सावरकर को कोट करते हुए कहा, "उन्होंने कहा था कि हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है।" लोकसभा में संविधान पर बहस में भाग लेते हुए गांधी ने कहा कि सावरकर का मानना था कि संविधान की जगह मनुस्मृति को लाया जाना चाहिए। मनुस्मृति एक संस्कृत ग्रंथ है जिसकी विशेषज्ञों द्वारा जातिगत पक्षपात के लिए आलोचना की जाती है।
राहुल गांधी ने सत्ता पक्ष की ओर से नारेबाजी के बीच कहा, "वीडी सावरकर कहते हैं कि उन्होंने अपने लेखन में स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है... जब आप (भाजपा) संविधान की रक्षा की बात करते हैं, तो आप सावरकर का उपहास उड़ा रहे हैं, आप सावरकर को गाली दे रहे हैं, आप सावरकर को बदनाम कर रहे हैं।" कांग्रेस सांसद ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनसे कहा था कि सावरकर ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया था। उन्होंने कहा, "महात्मा गांधी जी जेल गए, नेहरू जी जेल गए। और सावरकर ने अंग्रेजों से माफ़ी मांगी।"
संविधान के इर्द-गिर्द केंद्रित बयानबाजी के जरिए भाजपा पर बार-बार हमला करने वाले गांधी ने पार्टी पर चौबीसों घंटे हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "हम संविधान का पालन करते हैं। भाजपा की किताब मनुस्मृति है। हम हर गरीब व्यक्ति को बताना चाहते हैं कि आप संविधान द्वारा संरक्षित हैं।"
भाजपा की तुलना महाभारत के द्रोणाचार्य से करते हुए गांधी ने कहा कि जिस तरह उन्होंने एकलव्य का अंगूठा काटा था, उसी तरह पार्टी आज के युवाओं की आकांक्षाओं को कुचल रही है। रायबरेली के सांसद ने कहा, "सरकारी नौकरियों में लेटरल एंट्री लाकर आप युवाओं, पिछड़े वर्ग के लोगों, गरीबों का अंगूठा काट रहे हैं। 70 पेपर लीक हुए हैं। ऐसा करके आपने युवाओं का अंगूठा काट दिया।"
कांग्रेस सांसद का यह हमला इस साल की शुरुआत में केंद्रीय मंत्रालयों में शीर्ष पदों पर लेटरल एंट्री के लिए आवेदन मांगने वाले केंद्र के विवाद के बीच हुआ है। केंद्र ने कड़ी आलोचना के बाद विज्ञापन वापस ले लिया। गौतम अडानी का मुद्दा उठाते हुए गांधी ने सरकार पर व्यवसायी को अनुचित लाभ देने का आरोप लगाया, जिससे देश के अन्य छोटे व्यवसायों को नुकसान हो रहा है।
उन्होंने कहा, "आज आपने दिल्ली के बाहर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे, उन पर लाठीचार्ज किया। किसान एमएसपी, उचित मूल्य की मांग कर रहे हैं। लेकिन आप अडानी, अंबानी को मुनाफा देते हैं और किसानों का अंगूठा काट देते हैं।" उन्होंने जाति जनगणना के अपने वादे को भी दोहराया और कहा कि अगर यह किया गया तो भारत में "एक नए तरह का विकास" होगा। गांधी ने कहा, "हम सुनिश्चित करेंगे कि आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हटा दी जाए।"
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने किया पलटवार
राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह संविधान की ताकत थी जिसने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को आपातकाल खत्म करने के लिए मजबूर किया था। 1975-77 के बीच आपातकाल की अवधि थी, जब कई अधिकारों पर अंकुश लगाया गया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में कहा, "जो लोग संविधान की प्रति लहराते हैं, उन्हें यह भी नहीं पता कि इसमें कितने पन्ने हैं। यह संविधान की ताकत थी जिसने इंदिरा गांधी को आपातकाल खत्म करने के लिए मजबूर किया।"