पटना से दिल्ली लौटने से पहले बीपीएससी अभ्यर्थियों से मिले राहुल गांधी
By एस पी सिन्हा | Updated: January 18, 2025 18:05 IST2025-01-18T18:05:02+5:302025-01-18T18:05:31+5:30
70वीं बीपीएससी में धांधली के खिलाफ गर्दनीबाग में धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों का आंदोलन पिछले करीब एक महीने से जारी है। राहुल गांधी ने गर्दनीबाग जाकर उनसे मुलाकात की।

पटना से दिल्ली लौटने से पहले बीपीएससी अभ्यर्थियों से मिले राहुल गांधी
पटना: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को पटना से दिल्ली लौटने से पहले बीपीएससी अभ्यर्थियों और राजद प्रमुख लालू यादव से जाकर मुलाकात की। 70वीं बीपीएससी में धांधली के खिलाफ गर्दनीबाग में धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों का आंदोलन पिछले करीब एक महीने से जारी है। राहुल गांधी ने गर्दनीबाग जाकर उनसे मुलाकात की।
इसके बाद लालू प्रसाद यादव से मिलने के लिए राबड़ी आवास पहुंचे। इस मौके पर लालू यादव के साथ साथ पूरा परिवार मौजूद था। राहुल गांधी के राबड़ी आवास पहुंचने पर लालू यादव ने सबसे पहले उन्हें अपना घर दिखाया। इस दौरान लालू राहुल गांधी को अपने गौशाला में भी ले गए और उन्हें अपनी गायों को दिखाया।
इस बीच तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का वह बयान मोबाइल पर सुनाया, जिसमें नीतीश कुमार ने कहा था कि पहले लड़कियां कहां कपड़ा पहनती थीं। इसके बाद राहुल गांधी खाने की मेज पर पहुंचे और लालू यादव के साथ खाना खाया। लालू यादव ने राहुल गांधी को भोजन पर आमंत्रित किया था। खाना खाने के बाद राहुल वहां से रवाना हो गए।
इससे पहले राहुल गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थियों से मुलाकात की और उनसे परीक्षा से जुड़ी जानकारी ली थी। राहुल गांधी ने उनकी प्रमुख मांगों को जानने की कोशिश की। बीपीएससी अभ्यर्थियों ने राहुल गांधी को एक-एक बातों से अवगत कराया और बताया कि उनकी क्या मांगे हैं? छात्रों ने राहुल गांधी के समक्ष यह मांग रखी कि उनके मामले को संसद में प्रमुखता से रखा जाए। राहुल गांधी ने भी उन्हें भरोसा दिलाया कि वो उनकी मांगों को संसद में रखेंगे।
बता दें कि 13 दिसंबर को बिहार में बीपीएससी ने सिविल सेवाओं के लिए 70वीं प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। पटना केंद्र पर अभ्यर्थियों ने हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि उन्हें समय पर प्रश्न पत्र नहीं दिया गया। प्रश्न पत्र की संख्या अभ्यर्थियों के अनुरूप कम होने की बात जिलाधिकारी ने भी मानी। बाद में पटना केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी गई और 4 जनवरी को दोबारा परीक्षा हुई।