नई दिल्ली, 11 अक्टूबरः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार राफेल डील को लेकर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला बोल रही है। राहुल गांधी ने गुरुवार को भी राफेल डील को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। जिसमें उन्होंने पीएम मोदी से इस्तीफे की मांग की।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी से #Metoo कैम्पेन के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने पूरी तरह इस मसले को टाल दिया। उन्होंने कहा, ''देखिए ये प्रेस कॉन्फ्रेंस सिर्फ और सिर्फ राफेल डील के बारे में है। इसलिए यहां इसी के बारे में बात हो तो सही है लेकिन #Metoo एक बड़ा मुद्दा है और इसपर मैं बाद में बोलूंगा। '' ये कहकर राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्न कर दी।
राहुल ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश का प्रधानमंत्री भ्रष्ट है। मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के दखल के बाद अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जब हमने लोकसभा में सवाल पूछा तो वो आंख नहीं मिला पा रहे थे।
इन लोगों पर लग चुका है #MeToo का आरोप
अमेरिका से शुरू हुआ #MeToo मूवमेंट करीब दो साल बाद भारत में दोबारा शुरू हो चुका है। भारत में इसे शुरू करने का श्रेय अभिनेत्री तनुश्री दत्ता को दिया जा रहा है। तनुश्री दत्ता ने अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगा कर मधुमक्खी के छत्ते में पत्थर मार दिया। उसके बाद क्वीन फिल्म के निर्देशक विकास बहल, एआईबी के कॉमेडियन उत्सव चक्रवर्ती, लेखक चेतन भगत, लेखक सुहेल सेठ, एमजे अकबर, सिंगर कैलाश खेर, एक्टर आलोकनाथ इत्यादि पर #MeToo के तहत आरोप लगे हैं।