पटनाः कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आगामी 6 जून को बिहार दौरे पर आ रहे हैं। दरअसल, आगामी विधानसभा कांग्रेस की नजर ओबीसी और ईबीसी वोट बैंक पर टिकी है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला नालंदा के राजगीर में राहुल गांधी एक विशाल "अति पिछड़ा वर्ग सम्मेलन" को संबोधित करेंगे। यह आयोजन राजगीर के कन्वेंशन सेंटर में होगा। बताया जाता है कि राहुल गांधी पटना एयरपोर्ट पर उतरेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर द्वारा सीधे नालंदा रवाना होंगे। सम्मेलन के दौरान वे अति पिछड़ा और पिछड़ा वर्ग के लोगों से संवाद करेंगे। यह वही वर्ग है, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पारंपरिक वोट बैंक माना जाता है। बता दें कि राहुल गांधी का यह कार्यक्रम पहले 27 मई को निर्धारित था, लेकिन राजगीर में हॉल उपलब्ध नहीं होने के कारण इसे स्थगित कर 6 जून को निर्धारित किया गया है।
इस वर्ष चुनावी माहौल के बीच राहुल गांधी का यह पिछले 5 महीनों में पांचवां बिहार दौरा होगा। इससे पहले वे 18 जनवरी, 4 फरवरी, 7 अप्रैल और 15 मई को भी बिहार का दौरा कर चुके हैं। लगातार दौरों से कांग्रेस राज्य में अपने संगठन को सक्रिय करने और मजबूत करने की कोशिश में जुटी है।
सम्मेलन में राज्य और जिला स्तर के कांग्रेस नेता शामिल होंगे, साथ ही बड़ी संख्या में ईबीसी के लोगों के शामिल होने की संभावना है। अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) बिहार की आबादी का एक बड़ा हिस्सा हैं। बिहार की राजनीति में इन वर्गों की अहम भूमिका रही है। लालू यादव की राजनीति इसी आधार पर फली-फूली, और अब कांग्रेस उसी सामाजिक आधार को पुनः जाग्रत करने की कोशिश कर रही है।
ऐसे में मुख्यमंत्री के गढ़ नालंदा में जाकर राहुल गांधी यह संदेश देना चाहते हैं कि कांग्रेस अब सिर्फ सहयोगी नहीं, स्वतंत्र पहचान के साथ मैदान में उतरने को तैयार है। राहुल गांधी का लगातार बिहार आना बताता है कि अब बिहार को गंभीरता से लिया जा रहा है, न कि केवल सहयोगी दलों के भरोसे छोड़ा जा रहा है।