India VS China: राहुल गांधी ने अमित शाह पर लिखी शायरी, सबको मालूम है सीमा की हकीकत..
By गुणातीत ओझा | Published: June 8, 2020 12:14 PM2020-06-08T12:14:50+5:302020-06-08T12:14:50+5:30
सीमा सुरक्षा को लेकर दिए गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बार शायराना अंदाज में तंज कसा है। राहुल गांधी ने लिखा है कि सबको मालूम है सीमा की हकीकत, लेकिन दिल बहलाने को 'शाह-यद' ये खयाल अच्छा है।
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद पर राहुल गांधी शुरू से ही केंद्र सरकार की नीतियों पर हमलावर हैं। राहुल गांधी ने पूछा था कि क्या भारत सरकार इस बात का भरोसा दिला सकती है कि भारतीय जमीन पर एक भी चीनी सैनिक ने प्रवेश नहीं किया है। अब उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। उन्होंने गालिब की शायरी के जरिये अमित शाह पर तंज कसा है। राहुल गांधी ने लिखा है कि सबको मालूम है सीमा की हकीकत, लेकिन दिल बहलाने को 'शाह-यद' ये खयाल अच्छा है।
सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 8, 2020
दिल के ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है।https://t.co/cxo9mgQx5K
याद दिला दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बिहार से जुड़ी डिजिटल रैली के दौरान कहा था कि भारत की रक्षा नीति को वैश्विक स्वीकृति मिली है। संयुक्त राज्य अमेरिका और इजरायल के बाद पूरी दुनिया इस बात से सहमत है कि यदि कोई अन्य देश अपनी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है, तो यह भारत है। गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान को ट्विटर पर शेयर करते हुए राहुल गांधी ने शायरी लिखी। उन्होंने लिखा सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन, दिल के ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये खयाल अच्छा है।
बताते चलें कि पूर्वी लद्दाख में करीब एक महीने से सीमा पर जारी गतिरोध के समाधान के लिये भारत और चीनी सेना के बीच शनिवार को लेफ्टिनेंट जनरल स्तरीय बातचीत हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने किया जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व तिब्बत सैन्य जिला कमांडर कर रहे थे। यह बातचीत पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की तरफ माल्डो सीमा कर्मी बैठक स्थल पर हुई।
भारत-चीन सेना के बीच साढ़े 5 घंटे हुई गहन बातचीत
दोनों सेनाओं में स्थानीय कमांडरों के स्तर पर 12 दौर की बातचीत तथा मेजर जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच तीन दौर की बातचीत के बाद कोई ठोस नतीजा नहीं निकलने पर शनिवार को लेफ्टिनेंट जनरल स्तर पर बातचीत हुई। उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता से एक दिन पहले दोनों देशों के बीच राजनयिक स्तर पर बातचीत हुई और इस दौरान दोनों पक्षों में अपने “मतभेदों” का हल शांतिपूर्ण बातचीत के जरिये एक-दूसरे की संवेदनाओं और चिंताओं का ध्यान रखते हुए निकालने पर सहमति बनी थी।
चीनी सेना ने पैंगोंग सो और गलवान घाटी में करीब 2,500 सैनिकों को किया तैनात
माना जा रहा है कि चीनी सेना ने पैंगोंग सो और गलवान घाटी में करीब 2,500 सैनिकों की तैनाती की है और इसके अलावा वह धीरे-धीरे वहां अपने अस्थायी ढांचों और हथियारों को भी बढ़ा रहा है। सूत्रों ने कहा कि उपग्रह से ली गई तस्वीरों में नजर आ रहा है कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के अपनी तरफ के क्षेत्र में सैन्य आधारभूत ढांचे में महत्वपूर्ण रूप से इजाफा किया है जिसमें पैंगोंग सो इलाके से 180 किलोमीटर दूर सैन्य हवाईअड्डे का उन्नयन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि चीनी सेना एलएसी के निकट अपने पीछे के सैन्य अड्डों पर रणनीतिक रूप से जरूरी चीजों का भंडारण कर रही है, जिनमें तोप, युद्धक वाहनों और भारी सैन्य उपकरणों आदि को वहां पहुंचाना शामिल है।
5 मई को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प
भारत ने पहले ही तय कर लिया है कि चीनी विरोध की वजह से वह पूर्वी लद्दाख में अपनी सीमावर्ती आधारभूत परियोजनाओं को नहीं रोकेगा। दोनों देशों के सैनिक गत पांच मई को पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग सो क्षेत्र में लोहे की छड़ और लाठी-डंडे लेकर आपस में भिड़ गए थे। उनके बीच पथराव भी हुआ था। इस घटना में दोनों पक्षों के सैनिक घायल हुए थे। पांच मई की शाम को चीन और भारत के 250 सैनिकों के बीच हुई यह हिंसा अगले दिन भी जारी रही। इसके बाद दोनों पक्ष ‘‘अलग’’ हुए। इसी तरह की एक घटना में नौ मई को सिक्किम सेक्टर में नाकू ला दर्रे के पास लगभग 150 भारतीय और चीनी सैनिक आपस में भिड़ गए थे।