पंजाब: शिअद के कार्यक्रम में दाखिल होने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस बल का प्रयोग

By भाषा | Published: September 2, 2021 08:29 PM2021-09-02T20:29:08+5:302021-09-02T20:29:08+5:30

Punjab: Police force used on farmers trying to enter SAD program | पंजाब: शिअद के कार्यक्रम में दाखिल होने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस बल का प्रयोग

पंजाब: शिअद के कार्यक्रम में दाखिल होने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस बल का प्रयोग

पंजाब के मोगा में बृहस्पतिवार को शिरोमणि अकाली दल के एक कार्यक्रम में किसानों ने कथित तौर पर जबरन दाखिल होने की कोशिश की, जिसके बाद उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का प्रयोग करना पड़ा। कार्यक्रम को पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल संबोधित कर रहे थे। पुलिस ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने शिअद के कार्यक्रम स्थल में घुसने की कोशिश में उनके साथ हाथापाई की, बैरीकेड तोड़ दिए और बल पर पथराव भी किया। शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने हाल ही में पंजाब के 100 विधानसभा क्षेत्रों में 100 दिन की ‘यात्रा’ शुरू की है। उन्होंने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए संवाददाताओं से कहा कि जो लोग विरोध कर रहे थे वे ‘‘किसान नहीं थे बल्कि वे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए लोग थे।’’ घटना में चार प्रदर्शनकारियों और तीन पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है। घटना में कुछ वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया गया जबकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर होर्डिंग एवं बैनर तोड़ डाले जो शिअद की रैली के लिए लगाए गए थे। पुलिस ने दावा किया कि बल प्रयोग करने से पहले प्रदर्शनकारियों को कई बार चेतावनी दी गई। मोगा के पुलिस अधीक्षक ध्रुमन निंबाले ने कहा, ‘‘हमने उन्हें कई बार आगाह किया। लेकिन कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद हमें उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का प्रयोग करना पड़ा। उन्होंने घटनास्थल के पास एक राष्ट्रीय राजमार्ग भी जाम कर दिया, जिसे बाद में खाली कराया गया।’’ उन्होंने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लगभग 600 प्रदर्शनकारियों में से करीब 35 को हिरासत में लिया गया । शिअद अध्यक्ष एवं सांसद सुखबीर सिंह बादल अनाज मंडी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, तभी प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्ती स्थल के अंदर घुसने की कोशिश की। प्रदर्शन कर रहे कुछ किसानों ने कहा कि वे बादल से कुछ मुद्दों पर सवाल करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। एसएसपी ने कहा, ‘‘उन्होंने अवरोधक तोड़ने की कोशिश की। जब पथराव किया गया, तब उन्हें तितर-बितर करने के लिए हमें लाठीचार्ज करना पड़ा।’’ प्रदर्शन कर रहे एक किसान ने कहा कि हम नौ महीने से अधिक समय से राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर डटे हैं लेकिन राजनीतिक दलों को ‘‘ सत्ता की अधिक चिंता है और किसानों के लिए वह केवल मगरमच्छ के आंसू बहाते हैं।’’ मोगा जिले के बाघापुराना में भी कुछ दिन पहले शिअद के एक कार्यक्रम के दौरान किसानों के एक समूह ने उनका विरोध किया था। शिअद के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा, ‘‘पार्टी के ‘गल पंजाब दी’ अभियान के तहत आयोजित बड़ी रैली को बाधित करने का प्रयास कांग्रेस की केंद्र के साथ मिलीभगत से किए गए गहरे षड्यंत्र का हिस्सा है ताकि पंजाब में शांति को भंग किया जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त किसान मोर्चा ने स्पष्ट किया है कि भाजपा के अलावा किसी भी पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन से केवल केंद्र सरकार को फायदा होगा और किसानों के हितों को नुकसान पहुंचेगा।

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