मोहाली हमले में पंजाब पुलिस को बड़ी कामयाबी, ग्रेनेड हमलावरों को 3 दिन तक पनाह देने वाला शख्स पकड़ा गया
By अनिल शर्मा | Published: May 11, 2022 11:32 AM2022-05-11T11:32:37+5:302022-05-11T11:48:05+5:30
पंजाब पुलिस ने मंगलवार को हमले में इस्तेमाल किया गया लॉन्चर बरामद कर लिया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वी. के. भावरा ने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि उन्हें कुछ सुराग मिले हैं और जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।
मोहालीः पंजाब के मोहाली ग्रेनेड हमले के पीछे कथित भूमिका वाले 26 वर्षीय निशान सिंह को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस ने कहा कि निशान सिंह तरनतारन जिले का है और उस पर डकैती और फरीदकोट और तरनतारन में आर्म्स एक्ट सहित पांच मामले हैं। पुलिस ने बताया कि आरपीजी हमले से पहले निशान सिंह ने दो आरोपियों को तीन दिन तक अमृतसर में पनाह दी थी।
पंजाब पुलिस ने मंगलवार को हमले में इस्तेमाल किया गया लॉन्चर बरामद कर लिया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वी. के. भावरा ने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि उन्हें कुछ सुराग मिले हैं और जल्द ही मामले को सुलझा लिया जाएगा। हमले में इस्तेमाल किए गए लांचर को पुलिस ने बरामद कर लिया है और मामले में सभी सुरागों का बारीकी से पता लगाया जा रहा है। इससे पहले, मान ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वी. के. भवरा और खुफिया इकाई के शीर्ष अधिकारियों के साथ यहां बैठक की पुलिस प्रमुख को घटना की गहराई से जांच करने के आदेश दिए थे।
घटना के संबंध में मोहाली के सोहाना पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामला बलकार सिंह के बयान पर दर्ज किया गया था, जिन्होंने कहा था कि वह शाम को ड्यूटी पर थे और शाम करीब 7.45 बजे एक विस्फोट हुआ। जब वह तीसरी मंजिल पर गए तो कमरा नंबर 41 से धुंआ निकल रहा था। बकौल बलकार सिंह, ''जब हम अंदर गए, तो हमें कुर्सी पर आरपीजी मिला। कुर्सी पर गिरने से पहले यह खिड़की टूट गई और कमरे की छत से टकरा गई।''
गौरतलब है कि मोहाली में सेक्टर 77 स्थित पुलिस के खुफिया इकाई के मुख्यालय परिसर में सोमवार रात रॉकेट चालित ग्रेनेड से हमला किया गया था, जिससे इमारत की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे। इस घटना को एक बड़ी खुफिया विफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इस इमारत में राज्य की ‘काउंटर इंटेलिजेंस विंग’, विशेष कार्य बल और कुछ अन्य इकाइयों के कार्यालय हैं। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। राजनीतिक दलों ने इसे ‘‘परेशान करने वाली’’ और ‘‘चौंकाने वाली’’ घटना करार दिया है। पंजाब सीएम मान ने इस बाबत बैठक की थी जिसके बाद कहा, ‘‘ माहोली में हुई घटना के सिलसिले में मैंने डीजीपी और खुफिया इकाई के अधिकारियों के साथ बैठक की। सभी तथ्य सामने आ रहे हैं। कुछ गिरफ्तारियां की गई हैं और अन्य कुछ लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।