देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए 23 सीआरपीएफ के जवानों के बकाया कर्ज को माफ करने की आज घोषणा की. पिछले सप्ताह आत्मघाती आतंकी हमले में 40 साआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. एसबीआई ने एक बयान में कहा, ''इनमें से 23 सीआरपीएफ कर्मियों ने बैंक से कर्ज लिया हुआ था और बैंक ने तत्काल प्रभाव से बकाया कर्ज माफ करने का निर्णय किया है.''
सभी सीआरपीएफ जवान बैंक के ग्राहक थे. उनका वेतन एसबीआई में आता था. इन खातों पर बैंक प्रत्येक रक्षा कर्मियों को 30-30 लाख रुपए का बीमा कवर उपलब्ध कराता है. बैंक ने कहा, ''वह शहीद जवानों के आश्रितों को बीमा राशि यथाशीघ्र जारी करने को लेकर कदम उठा रहा है.'' एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा, ''आतंकी हमले में हमेशा देश की सुरक्षा के लिए खड़े सुरक्षाकर्मियों का शहीद होना बहुत दु:खद और पीड़ादायी है.
एसबीआई ने उन परिवारों को राहत देने के लिए छोटा सा कदम उठाया है जिन्होंने अपनों को खोया है. बैंक ने भारत के वीरों के लिए यूपीआई भी बनाया ताकि लोग उनकी मदद के लिए आसानी से योगदान दे सकें.''
14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान हुए थे शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में 40 जवानों शहीद हुए हैं। जिनमें से 38 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है और 42 जवानों के नाम सामने आए हैं। इस आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया। ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनायी थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है । कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय है।