लाइव न्यूज़ :

17 दिसंबर को पीएसएलवी-सी 50 करेगा संचार उपग्रह सीएमएस-01 का प्रक्षेपण : इसरो

By भाषा | Updated: December 11, 2020 16:10 IST

Open in App

बेंगलुरु, 11 दिसंबर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को कहा कि ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (पीएसएलवी)-सी 50 आगामी 17 दिसंबर को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से संचार उपग्रह सीएमएस-01 का प्रक्षेपण करेगा।

इसरो ने कहा, ‘‘पीएसएलवी का 52वां मिशन पीएसएलवी-सी 50 श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के द्वितीय प्रक्षेपण पैड से संचार उपग्रह सीएमएस-01 का प्रक्षेपण करेगा। प्रक्षेपण अस्थायी तौर पर 17 दिसंबर 2020 को अपराह्न तीन 3:41 बजे निर्धारित है जो मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।’’

इसने कहा कि संचार उपग्रह सीएमएस-01 ‘एक्सटेंडेड सी बैंड’ में सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से तैयार किया गया है जिसके दायरे में भारत की मुख्य भूमि, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप द्वीपसमूह होंगे।

सीएमएस-01 भारत का 42वां संचार उपग्रह है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटACC U-19 Asia Cup: 26 गेंद, 50 रन, 5 चौके और 3 छक्के?, एक और तोड़फोड़ प्रदर्शन, मलेशिया ने खिलाफ कमाल की पारी

स्वास्थ्यडॉ. रोहित माधव साने को “Personality of the Year 2025” का सम्मान

भारतSIR in West Bengal: चुनाव आयोग ने जारी की SIR ड्राफ्ट लिस्ट, 58 लाख से ज्यादा नाम कटे, जानें वोटर लिस्ट में अपना नाम चेक करने का तरीका

भारतNational Herald money laundering case: सोनिया और राहुल गांधी को राहत, अदालत ने संज्ञान लेने से किया इनकार

भारतENG VS AUS Ashes 2025-26: तीसरे मैच में स्टीव स्मिथ कप्तान नहीं, कमिंस संभालेंगे कमान, सीरीज में 2-0 से आगे ऑस्ट्रेलिया, देखिए प्लेइंग इलेवन

भारत अधिक खबरें

भारतजम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बिजली सकंट, भयंकर ठंड के बीच बिजली की कटौती से लोगों को हो रही परेशानी

भारतदिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर कोहरे की वजह से भीषण हादसा, बसों और कारों में लगी आग; 4 की मौत

भारतरघुनाथ धोंडो कर्वे, ध्यास पर्व और डेढ़ सौ करोड़ हो गए हम

भारतYear Ender 2025: पहलगाम अटैक से लेकर एयर इंडिया क्रैश तक..., इस साल इन 5 घटनाओं ने खींचा लोगों का ध्यान

भारतYear Ender 2025: उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूरे भारत में भगदड़ में गई कई जानें, सबसे दुखद हादसों से भरा ये साल; जानें