नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को सांप्रदायिक रंग देने के प्रयासों का जवाब देते हुए कहा कि वे भारतीय थे। लोकसभा में कुछ सांसदों ने कथित तौर पर कहा था कि पीड़ित हिंदू थे। उनका यह तीखा जवाब मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा के दौरान आया, जहां उन्होंने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से निपटने के तरीके को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी।
उन्होंने कहा, "केंद्रीय गृह मंत्री ने आज मेरी माँ के आँसुओं के बारे में बात की। मैं इसका जवाब देना चाहती हूँ। जब आतंकवादियों ने मेरे पिता को मार डाला, तब मेरी माँ के आँसू बहे थे। आज जब मैं उन 26 लोगों (पहलगाम हमले के पीड़ितों) के बारे में बात करती हूँ, तो इसलिए कि मैं उनका दर्द समझती हूँ।"
कांग्रेस महासचिव ने प्रमुख मुद्दों पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया और उस पर ज़िम्मेदारी से बचने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा, "कल रक्षा मंत्री (राजनाथ सिंह) ने एक घंटे का भाषण दिया, जिसमें उन्होंने कई बातों पर बात की, लेकिन एक बात को नज़रअंदाज़ कर दिया गया। 22 अप्रैल, 2025 को जब 26 देशवासी मारे गए, तो यह हमला कैसे और क्यों हुआ?"
प्रियंका गांधी ने राष्ट्रीय त्रासदियों को राजनीतिक मुद्दों तक सीमित करने के लिए सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "यह सरकार हमेशा सवालों से बचने की कोशिश करती है... देश के नागरिकों के प्रति उनकी कोई जवाबदेही नहीं है। सच तो यह है कि उनके दिल में जनता के लिए कोई जगह नहीं है। उनके लिए सब कुछ राजनीति है, प्रचार है..."
कांग्रेस नेता ने अपने संबोधन में कहा, "साहब, आप इतिहास की बात करते हैं, मैं वर्तमान की बात करूँगी। आप हमेशा बहाने ढूँढ़ते रहते हैं, पूरे (गांधी) परिवार की बात गिना देते हैं... आप 11 साल से सत्ता में हैं। कल गौरव गोगोई ने गृह मंत्री से एक सवाल किया, क्या वह आपकी ज़िम्मेदारी नहीं थी? रक्षा मंत्री राजनाथ जी सिर हिला रहे थे, लेकिन गृह मंत्री हँस रहे थे।"