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प्रधानमंत्री ने विकास को बाधित करने के लिये उप्र की पूर्ववर्ती सरकारों पर साधा निशाना

By भाषा | Updated: September 14, 2021 21:58 IST

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अलीगढ़ (उत्तर प्रदश), 14 सितंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों पर तीखा हमला बोलते हुए मंगलवार को कहा कि 2017 से पहले राज्य में शासन में ‘‘गुंडों और माफियाओं’’ की मनमानी चलती थी, लेकिन अब ऐसे तत्व सलाखों के पीछे हैं।

उत्तर प्रदेश में ‘डबल इंजन सरकार’ की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गरीबों के लिए बनायी गयी केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन में विगत में व्यवधान पैदा किए जाते थे, लेकिन अब इन कार्यक्रमों का लाभ जरूरतमंद लोगों तक पहुंच रहा है। प्रधानमंत्री यहां स्वतंत्रता सेनानी राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम पर एक विश्वविद्यालय की आधारशिला रखने के बाद एक समारोह को संबोधित कर रहे थे।

मोदी ने कहा कि राज्य के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे, किस तरह राज-काज को भ्रष्टाचारी लोगों के हवाले कर दिया गया था। जब यहां शासन-प्रशासन, गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था, लेकिन अब ऐसे तत्व सलाखों के पीछे हैं।

मोदी ने प्रतिद्वंद्वी दलों पर हमला राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले बोला है तथा कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

सपा नेता अखिलेश यादव ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री के दावे को चुनौती दी, वहीं प्रदेश कांग्रेस ने उन पर जाति कार्ड खेलने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) स्वतंत्रता सेनानी को "जाट किंग" कह रही है।

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे में एक ‘नोड’ के रूप में अलीगढ़ की स्थिति को भी रेखांकित किया।

उन्होंने कहा कि 2017 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने से पहले गरीबों के लिए बनाई गई हर योजना को लागू करने में व्यवधान पैदा किए जाते थे और केंद्र द्वारा राज्य को "दर्जनों पत्र" लिखे जाते थे, लेकिन अब चीजें बदल गई हैं और उन कार्यक्रमों का लाभ जरूरतमंद लोगों तक पहुंच रहा है।

प्रधानमंत्री ने उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन और पीएम-किसान सम्मान निधि के अलावा शौचालयों का निर्माण, गरीबों के लिए घर जैसी योजनाओं को जिक्र करते हुए कहा कि जिस यूपी को देश के विकास के रुकावट के रूप में देखा जाता था, आज वह देश का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लक्ष्यों को पूरा करने के लिये अच्छा काम किया है।

मोदी ने कहा कि राज्य देश और दुनिया के छोटे और बड़े निवेशकों के लिए एक आकर्षक स्थान के रूप में उभर रहा है। लोकसभा में वाराणसी का प्रतिनिधित्व करने वाले मोदी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश डबल इंजन वाली सरकार के डबल फायदे का एक बड़ा उदाहरण बन रहा है।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों से संपर्क साधते हुए मोदी ने गन्ना किसानों के बकाया भुगतान पर आदित्यनाथ सरकार के रिकॉर्ड का जिक्र किया। इस क्षेत्र में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को समर्थन मिला है।

मोदी ने कहा, “हमें इस क्षेत्र को समृद्ध बनाना है, बेटे-बेटियों को सक्षम बनाना है तथा राज्य को विकास विरोधी ताकतों से बचाना है। उन्होंने कहा कि वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को याद दिलाना चाहते हैं कि किस प्रकार इसी क्षेत्र में परिवार अपने घरों में डरकर जीते थे। बहन-बेटियों को घर से निकलने में और स्कूल कॉलेज जाने में डर लगता था।’’

उन्होंने कहा कि माता-पिता चिंतित रहते थे और असुरक्षा के कारण लोगों को अपना पुश्तैनी घर छोड़ना पड़ा, पलायन करना पड़ा, लेकिन अब अपराधी अपराध करने के पहले 100 बार सोचता है।

उन्होंने कोविड टीकाकरण अभियान और महामारी से निपटने के लिए भी राज्य सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक आठ करोड़ से अधिक लोगों को टीका लग चुका है। राज्य के पास एक दिन में सबसे ज्यादा टीके लगाने का रिकॉर्ड है।

प्रधानमंत्री ने किसान नेता और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का भी जिक्र किया और कहा कि उन्होंने जो रास्ता दिखाया उससे देश के किसानों को बहुत लाभ हुआ।

मोदी ने भाजपा के दिवंगत वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह को भी याद किया और कहा कि अगर इस मौके पर वह यहां होते तो अपने गृह जिले में राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना की सराहना करते।

राज्य सरकार महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद् और समाज सुधारक राजा महेंद्र प्रताप सिंह की स्मृति और उनके सम्मान में इस विश्वविद्यालय की स्थापना कर रही है। यह विश्वविद्यालय अलीगढ़ की कोल तहसील के लोढ़ा तथा मूसेपुर करीम जरौली गांव में करीब 92 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा। इस विश्वविद्यालय से अलीगढ़ मंडल (डिवीजन) के 395 महाविद्यालयों को संबद्ध किया जाएगा।

मशहूर जाट हस्ती के नाम पर विश्वविद्यालय स्थापित करने के योगी आदित्यनाथ सरकार के फैसले को अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले समुदाय को आकर्षित करने की सत्तारूढ़ भाजपा की कोशिश के तौर पर पर में देखा जा रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट समुदाय के लोगों की खासी आबादी है और वे किसानों से जुड़े मुद्दे को लेकर भाजपा से नाराज़ दिख रहे हैं।

इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद थे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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