दिल्ली चुनाव के बाद बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर की होगी एंट्री!, नए सियासी प्रयोग के लिए जल्द कर सकते हैं ऐलान
By अनुराग आनंद | Published: February 17, 2020 02:27 PM2020-02-17T14:27:05+5:302020-02-17T14:50:58+5:30
प्रशांत किशोर बिहार विधानसभा चुनाव में किसी राजनीतिक दल के लिए सारथी के तरह नहीं बल्कि राजनीतिक कार्यकर्ता की तरह काम करना चाहते हैं।
बिहार में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सियासी पारा चढ़ने लगा है। इसी बीच प्रशांत किशोर ने मीडिया में साक्षात्कार देकर बिहार की राजनीति में नए प्रयोग का संकेत दिया है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि जल्द ही प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति को लेकर कोई घोषणा कर सकते हैं।
दिल्ली चुनाव की सफलता के बाद इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए अपने साक्षात्कार में प्रशांत किशोर ने साफ किया है कि वह बिहार विधानसभा चुनाव में किसी राजनीतिक दल के लिए सारथी के तरह नहीं बल्कि राजनीतिक कार्यकर्ता की तरह काम करना चाहते हैं। पीके अपनी आगे की राजनीतिक दशा और दिशा पर मंगलवार को पटना में विस्तार से खुलासा करेंगे।
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि पिछले छह सालों में उत्तर प्रदेश को छोड़कर मैं रणनीतिकार के रूप कोई भी चुनाव नहीं हारा हूं। इससे एक बात साफ है कि मैं चुनाव हारने के लिए नहीं बल्कि जीतने के लिए उतरता हूं। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति से दूर नहीं जाऊंगा बल्कि राजनीतिक सक्रियता को अब और आगे बढ़ाने जा रहा हूं।
नीतीश से टकराव के बाद अलग हुए थे
बिहार की राजनीति में जेडीयू में रहते हुए भी विवादित मुद्दों पर पीके पार्टी फोरम से हटकर बयान दे रहे थे। फिर चाहे वह एनआरसी का मुद्दा हो या फिर सीएए का। इसको लेकर पटना में नीतीश के साथ प्रशांत किशोर की तल्खियां बढ़ी थीं, लेकिन नीतीश कुमार को सबकुछ ठीक होने का भी भरोसा था।
ये बात और है कि सब कुछ ठीक नहीं हो सका और पीके की पार्टी से विदाई हो गई। इसके बाद प्रशांत किशोर की टीम ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के लिए काम किया था। माना जाता है कि दिल्ली में केजरीवाल की सफलता में व सफलता पूर्व कैंपेन चलाने में किशोर ने अहम भूमिका निभाई थीं।