सीएम नीतीश के करीबी भी पीते है शराब...मंत्री भी करते है सेवन- प्रशांत किशोर ने किया दावा, कहा- मुख्यमंत्री सुविधा के अनुसार गांधीजी को करते है इस्तेमाल
By आजाद खान | Published: December 23, 2022 09:20 AM2022-12-23T09:20:40+5:302022-12-23T09:34:54+5:30
प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल हो गई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि सीएम नीतीश कुमार जहरीली शराब पीकर मरने वालों के परिजनों के पास भी नहीं जाते है और न ही उनका कोई मंत्री उनसे मिलने वहां जाता है।
पटना: बिहार में शराबबंदी को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने फिर से सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। अपनी पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने शराबबंदी पर सवाल उठाया है और कहा है कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से असफल रही है।
यही नहीं उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे केवल अपने सुविधा के अनुसार गांधीजी का इस्तेमाल करते है। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार और उनके पार्टी के नेताओं के जहरीली शराब पीकर मरने वाले लोगों के परिजानों के पास नहीं जाने और उनसे नहीं मिलने का भी आरोप लगाते हुए सवाल उठाया है।
प्रशांत किशोर ने क्या कहा है
चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर अभी अपनी पदयात्रा कर रहे है। उनकी जन सुराज की पदयात्रा बिहार के शिवहर में पहुंची हुई है। यहां पर उन्होंने पत्रकारों से बात भी किया है और इस दौरान वे सीएम नीतीश कुमार पर जमकर बरसे भी है।
उन्होंने दावा किया कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरीके से फेल हो गई है। यही नहीं उन्होंने दावा करते हुए यह भी कहा है कि सीएम नीतीश के मंत्री भी शराब पीते है और उनके साथ रहने वाले या यह कह ले कि उनके इर्द-गिर्द रहने वाले लोग भी शराब का सेवन करते है। ऐसे में यह कोई नई बात नहीं है।
सीएम नीतीश कुमार अपनी सुविधा के अनुसार करते है गांधीजी का इस्तेमाल- पीके
इस पूरे मामले में बोलते हुए पीके ने सवाल खड़ा किया है और कहा है कि अगर बिहार में शराब नहीं पी जा रही है तो 70 लोगों की मौत कैसे हुई है। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर यह भी आरोप लगाया कि जहरीली शराब पीकर मरने वाले के परिजनों के पास भी नहीं जाते है सीएम नीतीश कुमार और न ही उनका कोई मंत्री जाता है।
गांधीजी पर बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार समाजवादी और गांधीवादी होने का ढोंग करते हैं। प्रशांत किशोर ने उनपर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने सुविधा के अनुसार केवल गांधीजी को इस्तेमाल करते है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि वे सुविधा के अनुसार कभी भाजपा के साथ चले जाते है तो कभी समाजवादी बनकर फिर लालू प्रसाद के साथ हो लेते है। प्राशांत किशोर ने यह भी सवाल उठाया कि क्या कभी गांधीजी ने राज्य में शराबबंदी को लागू करने की बात कही है।