महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवसेना की 50-50 फॉर्मले की मांग के बीच मुंबई में ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र का सीएम बताने वाला पोस्टर लगाया गया है। मातोश्री के बाहर लगे इस पोस्टर में लिखा है, 'महाराष्ट्र के सीएम केवल आदित्य ठाकरे।'
इससे पहले शनिवार को शिवसेना ने नई सरकार गठन में अपने 50-50 फॉर्मले की मांग दोहराते हुए कहा कि बीजेपी को चुनाव पूर्व किए अपने वादे को याद रखना चाहिए और बीजेपी और शिवसेना दोनों को ही राज्य में ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मौका मिलना चाहिए।
शिवसेना ढाई-ढाई साल सीएम की मांग पर अड़ी
शिवसेना के प्रताप सारनैक ने शनिवार को कहा, हारी बैठक में फैसला लिया गया है कि जैसा कि अमिथ शाह ने लोकसभा चुनावों से पहले 50-50 फॉर्मूले का वादा किया था, उसी तरह दोनों सरकारों को 2.5-2.5 साल सरकार चलाने का मौका मिलना चाहिए, इसलिए शिवसेना का सीएम होना चाहिए। उद्दव जी को बीजेपी से ये आश्वसन लिखित में मिलना चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 2014 के 122 के मुकाबले इस बार 105 सीटें ही मिली हैं, तो वहीं शिवसेना ने इस बार 56 सीटें जीती हैं। लेकिन सरकार बनाने के लिए जरूरी 145 सीटों के आंकड़ो तक पहुंचने के लिए बीजेपी के पास शिवसेना का समर्थन लेने के अलावा कोई और विकल्प नहीं हैं।
वहीं कांग्रेस के खाते में 44 और एनसीपी के खाते में 54 सीटें आई हैं और दबी जुबान में ये चर्चा भी शुरू हो गई है कि बीजेपी के साथ बात ना बनने पर शिवसेना सरकार बनाने के लिए कांग्रेस-एनसीपी के साथ भी गठबंधन कर सकती हैं।
इस मामले पर महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता, कांग्रेस के विजय वाडेत्तीवर ने कहा, 'हमें विपक्ष की भूमिका दी गई है और हम उसे निभाएंगे लेकिन अगर कोई वैकल्पिक चीज की चर्चा करनी है तो शिवसेना को हमारे पास आना चाहिए, उन्होंने अब तक हमेशा बात नहीं है।'