परीक्षा पे चर्चा: पीएम मोदी ने छात्रों से कहा - 'आपको खुद से स्पर्धा करनी है, अपने दोस्त से नहीं', दिए बहुपयोगी टिप्स

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: January 29, 2024 12:12 PM2024-01-29T12:12:40+5:302024-01-29T12:14:33+5:30

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को कई बहुपयोगी टिप्स दिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान कहा कि छात्र पहले से कहीं अधिक नवोन्मेषी हो गए हैं, ये कार्यक्रम मेरे लिए भी एक परीक्षा की तरह है।

PM Narendra Modi at Pariksha Pe Charcha 2024 competition should be healthy | परीक्षा पे चर्चा: पीएम मोदी ने छात्रों से कहा - 'आपको खुद से स्पर्धा करनी है, अपने दोस्त से नहीं', दिए बहुपयोगी टिप्स

प्रधानमंत्री मोदी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में

Highlightsप्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों के साथ भारत के भविष्य की चर्चा कीप्रतिस्पर्धा और चुनौतियां जीवन में प्रेरणा का काम करती हैं- प्रधानमंत्री मोदीआपको खुद से स्पर्धा करनी है - प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली: जिस भारत मंडपम में विश्व के बड़े-बड़े नेताओं ने भविष्य की चर्चा की थी उसी स्थान पर आज प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के भविष्य की चर्चा की। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को कई बहुपयोगी टिप्स दिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान कहा कि छात्र पहले से कहीं अधिक नवोन्मेषी हो गए हैं, ये कार्यक्रम मेरे लिए भी एक परीक्षा की तरह है। प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से कहा कि प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां जीवन में प्रेरणा का काम करती हैं, लेकिन प्रतिस्पर्धा स्वस्थ होनी चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आपके दोस्त से आपको किस चीज की स्पर्धा है? मान लीजिए 100 नंबर का पेपर है। आपका दोस्त अगर 90 नंबर ले आया तो क्या आपके लिए 10 नंबर बचे? आपके लिए भी 100 नंबर हैं। आपको उससे स्पर्धा नहीं करनी है आपको खुद से स्पर्धा करनी है... उससे द्वेष करने की जरूरत नहीं है। असल में वो आपके लिए प्रेरणा बन सकता है। अगर यही मानसिकता रही तो आप अपने से तेज तरार व्यक्ति को दोस्त ही नहीं बनाएंगे..."

पीएम मोदी ने कहा,  "परीक्षा पे चर्चा का ये सांतवा एपिसोड है। ये प्रश्न हर बार आया है और अलग-अलग तरीके से आया है। इसका मतलब ये है कि सात सालों में सात अलग-अलग बैच इन परिस्थितियों से गुजरे हैं और हर नए बैच को भी इन्हीं समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। विद्यार्थियों के बैच बदलते हैं लेकिन शिक्षकों के बैच नहीं बदलते। यदि शिक्षकों ने मेरे अब तक के एपिसोड्स की बातों का कुछ न कुछ अपने स्कूल में संबोधन किया हो तो शायद हम इस समस्या को धीरे-धीरे कम कर सकते हैं।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, "...आप उस स्थान पर आए हैं, जहां भारत मंडपम के प्रारंभ में दुनिया के सभी बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं ने दो दिन बैठकर विश्व के भविष्य की चर्चा की थी। और आज आप भारत के भविष्य की चिंता अपनी परीक्षाओं की चिंताओं के साथ-साथ करने वाले हैं। एक प्रकार से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम मेरे लिए भी परीक्षा होता है। आपमें से बहुत से लोग हैं जो हो सकता है मेरी परीक्षा लेना चाहते हों।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "किसी भी शिक्षक के मन में जब ये विचार आता है कि मैं छात्र के इस तनाव को कैसे दूर करूं?... अगर शिक्षक और छात्र का नाता परीक्षा के कालखंड का है तो सबसे पहले वो नाता सही करना चाहिए। छात्र के साथ आपका नाता पहले दिन से परीक्षा आने तक निरंतर बढ़ते रहना चाहिए तो शायद परीक्षा के दिनों में तनाव की नौबत ही नहीं आएगी। आज मोबाइल का जमाना है... क्या कभी किसी छात्र ने आपको फोन किया है?... जिस दिन आप पाठ्यक्रम से आगे निकलकर उससे नाता जोड़ोगे तो वो अपनी छोटी-मोटी समस्याओं में भी आपसे अपनी मन की बात करेगा।"

 

Web Title: PM Narendra Modi at Pariksha Pe Charcha 2024 competition should be healthy

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