प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं
By सतीश कुमार सिंह | Updated: October 20, 2020 18:33 IST2020-10-20T17:42:31+5:302020-10-20T18:33:21+5:30

24 मार्च को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री का संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब बिहार में विधानसभा चुनाव सहित कई राज्यों में उपचुनाव हो रहे हैं और साथ ही दुर्गापूजा का त्योहार जारी है।
इसके अलावा दशहरा, दिवाली व छठ जैसे पर्व नजदीक हैं। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आज शाम छह बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा। आप जरूर जुड़ें।’’ आज उनका सातवां राष्ट्र के नाम संबोधन होगा। मार्च महीने में उन्होंने इसकी शुरुआत की थी और 19 मार्च को उन्होंने लोगों से जनता कर्फ्यू की अपील की थी। इस संबोधन में प्रधानमंत्री ने “हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ” का नारा दिया था। अपने इस संबोधन में उन्होंने 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया था। उन्होंने लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की थी।
प्रधानमंत्री ने सभी से कोरोना योद्धाओं के सम्मान में पांच मिनट ताली बजाकर,थाली बजाकर या फिर घंटी बजाकर हौसला बढ़ाने और सैल्यूट करने का आग्रह किया था। इसके बाद 24 मार्च को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था। उन्होंने अपने इस संबोधन में ‘‘जान है तो जहान है’’ का नारा दिया था।
तीन अप्रैल को कोरोना काल में राष्ट्र के नाम अपने तीसरे संबोधन में प्रधानमंत्री ने देशवासियों से पांच अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में खड़े रहकर, 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने का अनुरोध किया था। इसके बाद 14 अप्रैल को चार हफ्तों में चौथी बार प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित किया। इसमें उन्होंने तीन मई तक लॉकडाउन बढ़ाए जाने की घोषणा की थी। उन्होंने लोगों से घरों से न निकलने, उचित दूरी का पालन करने समेत सात नियमों का पालन करने का सभी से आग्रह किया था।
Prime Minister Narendra Modi will be sharing a message for citizens at 6 PM today. pic.twitter.com/2zq2JfDZGU
— ANI (@ANI) October 20, 2020
20 Oct, 20 : 06:11 PM
Recently, we saw many photos & videos where it is clearly seen that people are not careful anymore. This isn't right. If you step out without mask, you put your families at risk. We must remember - whether it is America or Europe, cases declined & then there was sudden spike: PM pic.twitter.com/RrrjjpwvUO
— ANI (@ANI) October 20, 2020
20 Oct, 20 : 06:04 PM
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक हम भारतवासियों ने बहुत लंबा सफर तय किया है। समय के साथ आर्थिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। हम में से अधिकांश लोग अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए फिर से रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं : PM मोदी, राष्ट्र को संबोधित करते
20 Oct, 20 : 06:02 PM
#WATCH: Prime Minister Narendra Modi addresses the nation. (Source: DD) https://t.co/yXhBS4AOoR
— ANI (@ANI) October 20, 2020
20 Oct, 20 : 06:01 PM
LIVE: Prime Minister Shri @narendramodi's address to the nation. https://t.co/zBRM6UksmV
— BJP (@BJP4India) October 20, 2020
20 Oct, 20 : 06:00 PM
देश जानना चाहता है कि चीनी सैनिकों को भारतीय क्षेत्र से कब ‘‘बाहर’’ किया जाएगा : राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सैन्य गतिरोध को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि देश उनसे जानना चाहता है कि वह भारतीय क्षेत्र से कब चीनी सैनिकों को ‘‘खदेड़ेंगे’’। अपने निर्वाचन क्षेत्र के दौरे पर आए राहुल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री चीन के बारे में एक शब्द नहीं कहते हैं ।’’ प्रधानमंत्री के मंगलवार को शाम छह बजे राष्ट्र के नाम संदेश साझा करने की घोषणा के बारे में कांग्रेस नेता से सवाल किया गया। इस पर गांधी ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि दुनिया में आज कोई भी देश ऐसा है जहां एक विदेशी शक्ति किसी देश की जमीन ले ले और नेतृत्व इसपर जवाब तक नहीं दे। मेरे लिए यह बहुत आश्चर्यजनक है। इसलिए मैं चाहूंगा कि प्रधानमंत्री राष्ट्र को बताएं कि भारतीय क्षेत्र से चीनी सैनिकों को कब बाहर किया जाएगा।’’ केंद्र सरकार ने पूर्वी लद्दाख इलाके में भारतीय क्षेत्र पर चीन के कब्जा करने के कांग्रेस के दावे को ‘‘शरारतपूर्ण व्याख्या’’ बताया था। प्रधानमंत्री के राष्ट्र को संबोधित करने के बारे में पूछे जाने पर गांधी ने कहा, ‘‘चीनी सैनिकों को भारतीय क्षेत्र से कब तक बाहर कर दिया जाएगा? मैं इस सवाल का जवाब जानना चाहता हूं। लेकिन मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री को इस बारे में कहने की हिम्मत नहीं है।’’