PM Modi Parliament Speech: पूरे विश्व ने महाकुंभ के रूप में भारत के विराट स्वरूप के दर्शन किए?, प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में कहा, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Updated: March 18, 2025 12:40 IST2025-03-18T12:32:32+5:302025-03-18T12:40:44+5:30
PM Modi Parliament Speech: मैं पिछले सप्ताह त्रिवेणी का पवित्र जल मॉरीशस लेकर गया था, जब उस जल को मॉरीशस के गंगा तालाब में प्रवाहित किया गया तो वहां बहुत ही उत्साह और आस्था का माहौल था।

PM Modi Parliament Speech
PM Modi Parliament Speech: प्रयागराज महाकुंभ को लेकर लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बयान दिया। हमने करीब डेढ़ महीने तक, भारत में महाकुंभ का उत्साह देखा, उमंग को अनुभव किया। कैसे सुविधा, असुविधा की चिंता से ऊपर उठते हुए, कोटि-कोटि श्रद्धालु श्रद्धा भाव से जुटे, ये हमारी बहुत बड़ी ताकत है। पूरे विश्व ने महाकुंभ के रूप में भारत के विराट स्वरूप के दर्शन किए। महाकुंभ में हमने अपनी राष्ट्रीय चेतना के विराट दर्शन किए, जो नए संकल्पों की सिद्धि के लिए प्रेरित करती है। छोटे-बड़े का कोई भेद नहीं था, यह दिखाता है कि एकता का अद्भुत तत्व हमारे अंदर रचा बसा है।
PM Shri @narendramodi speaks in Lok Sabha during the Budget Session. https://t.co/dp6V8OUuqf
— BJP (@BJP4India) March 18, 2025
#WATCH | Delhi | Prime Minister Narendra Modi says, "... Last year, during the Pran Pratishtha of the Ram Temple, we saw how the country was preparing itself for the next 1000 years. This thought was strengthened even more during the Maha Kumbh... The country's collective… pic.twitter.com/MpQnewWO24— ANI (@ANI) March 18, 2025
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के ठीक एक साल बाद महाकुंभ के सफल आयोजन ने कुछ लोगों द्वारा हमारी क्षमता पर किए गए संदेह को धता बता दिया है। मैं प्रयागराज महाकुंभ को गांधीजी के ‘दांडी मार्च’, सुभाष चंद्र बोस के ‘दिल्ली चलो’ नारे जैसे ही एक अहम पड़ाव के रूप में देखता हूं जिसमें जागृत होते हुए देश का प्रतिबिंब नजर आता है।
#WATCH | Delhi | Prime Minister Narendra Modi says, "... I emphasised the importance of 'Sabka Sath Sab ka Vikas' from the Red Fort. The entire world saw India's grandeur in the form of Maha Kumbh... We witness a national awakening in the Maha Kumbh, which would inspire new… pic.twitter.com/HQm9JQT9y0
— ANI (@ANI) March 18, 2025
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि महाकुंभ से अनेक अमृत निकले हैं, एकता का अमृत इसका बहुत पवित्र प्रसाद है; महाकुंभ ऐसा आयोजन रहा जिसमें देश के हर क्षेत्र से, हर कोने से आए लोग एक हो गए और ‘अहम्’ त्याग कर ‘वयम्’ के भाव से प्रयागराज में जुटे। महाकुंभ से प्रेरणा लेते हुए हमें नदी उत्सव की परंपरा को नया विस्तार देना होगा।
हमें इस बारे में जरूर सोचना चाहिए जिससे वर्तमान पीढ़ी को पानी का महत्व समझ में आएगा और नदियों की साफ-सफाई के साथ-साथ नदियों की रक्षा भी होगी। आज मैं इस सदन के माध्यम से कोटि-कोटि देशवासियों को नमन करता हूं, जिनकी वजह से महाकुंभ का सफल आयोजन हुआ। महाकुंभ की सफलता में अनेक लोगों का योगदान है।
#WATCH | Delhi | Prime Minister Narendra Modi says, "I stand here to speak on Prayagraj's Maha Kumbh. I congratulate crores of countrymen because of whom the Maha Kumbh could be organised successfully. Many people contributed to the success of the Maha Kumbh... I thank the people… pic.twitter.com/YJIuMyZpJw
— ANI (@ANI) March 18, 2025
मैं सरकार के, समाज के सभी कर्मयोगियों का अभिनंदन करता हूं। मैं देशभर के श्रद्धालुओं को, यूपी की जनता विशेषतौर पर प्रयागराज की जनता का धन्यवाद करता हूं। ये जनता जनार्दन का, जनता जनार्दन के संकल्पों के लिए जनता जनार्दन की श्रद्धा से प्रेरित महाकुंभ था।
हम सब जानते हैं, गंगा जी को धरती पर लाने के लिए एक भगीरथ प्रयास लगा था, वैसा ही महाप्रयास इस महाकुंभ के भव्य आयोजन में भी हमने देखा है। मैंने लाल किले से सबका प्रयास के महत्व पर जोर दिया था। पूरे विश्व ने महाकुंभ के रूप में भारत के विराट स्वरूप के दर्शन किए। सबका प्रयास का यही साक्षात स्वरूप है।
Delhi | Prime Minister Narendra Modi addresses the Lok Sabha on Prayagraj's Maha Kumbh pic.twitter.com/yvPGiQPwfP
— ANI (@ANI) March 18, 2025
जब अलग-अलग भाषा, बोली बोलने वाले लोग संगम तट पर हर-हर गंगे का उद्घोष करते हैं, तो 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की झलक दिखती है, एकता की भावना बढ़ती है। महाकुंभ से बहुत से अमृत निकले हैं, एकता का अमृत इसका बहुत पवित्र प्रसाद है। महाकुंभ ऐसा आयोजन रहा, जिसमें देश के हर क्षेत्र से, कोने से आए एक हो गए। लोग अहं त्याग कर वयं के भाव से, मैं नहीं हम की भावना से प्रयागराज में जुटे।