नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान के बीच दिल्ली में चुनावी घमासान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक का नाम लिए बिना उन्होंने सवाल किया कि भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे किसी व्यक्ति का मीडिया कैसे इंटरव्यू कर सकता है।
शराब नीति मामले में 40 दिनों तक तिहाड़ जेल में रहे केजरीवाल जमानत पर बाहर हैं और चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया है कि यह उनके खिलाफ एक साजिश है और अगर उनकी पार्टी चुनाव जीतती है, तो वह जेल नहीं लौटेंगे। न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा गया कि सीएम अपनी जमानत को कैसे जीत के रूप में चित्रित कर रहे हैं।
इसपर उन्होंने बताया कि कैसे मामले में दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणियां तीखी हैं। उन्होंने कहा, "मामला न्यायाधीन है और मेरे लिए इसपर टिप्पणी करना अनुचित है। लेकिन अगर मैं सिर्फ इस बात पर ध्यान केंद्रित करूं कि अदालतों ने क्या कहा है, तो आइए एक नजर डालते हैं कि हाई कोर्ट ने क्या कहा है। एजेंसी ने जो कहा है या भाजपा प्रवक्ता ने जो कहा है उसे छोड़ दें। लेकिन शराब नीति मामले में हाई कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है।"
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें चिंता इस बात की है कि सार्वजनिक जीवन में कोई जवाबदेही नहीं बची है और बोले गए शब्दों के प्रति कोई प्रतिबद्धता नहीं है। उन्होंने कहा, "अब चिंता की बात यह है कि यह गंभीर मामला है कि सार्वजनिक जीवन में अब कोई जवाबदेही नहीं रह गयी है। आप जो कहते हैं उस पर कोई प्रतिबद्धता नहीं है।"
पीएम मोदी ने आगे कहा, "सार्वजनिक जीवन में एक समय ऐसा भी था, जब कोई छात्र नकल करते पकड़ा जाता था तो उसे एक महीने के लिए स्कूल से निलंबित कर दिया जाता था और उसके माता-पिता को इस बात पर शर्मिंदा होना पड़ता था। ऐसी बातें समाज में गलत मानी जाती थीं।"
लेकिन पीएम ने कहा कि आजकल गंभीर आरोपों का सामना करने वालों का जश्न मनाया जा रहा है, या यूं कहें कि महिमामंडित किया जा रहा है, जबकि मीडिया ऐसे व्यक्तियों का इंटरव्यू ले रहा है। उन्होंने केजरीवाल की तुलना सेलिब्रिटी जैसा रुतबा हासिल करने वाले अपराधी चार्ल्स शोभराज से करते हुए कहा कि वह समाज में इस तरह के नैतिक पतन को लेकर चिंतित हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये भी कहा, "आज हो यह रहा है कि जो लोग सजा भुगत चुके हैं या गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं, उनका बिना किसी शर्म के सार्वजनिक तौर पर जश्न मनाया जा रहा है। मुझे इस प्रकार के नैतिक पतन की चिंता है; मुझे किसी व्यक्ति विशेष से कोई सरोकार नहीं है।"
पीएम मोदी ने कहा, "पहले ऐसे डाकू हुआ करते थे जिनके कारनामों का समाचार-पत्र और समाज महिमामंडन करते थे। दुर्भाग्य से अब यह लाभ भ्रष्ट राजनेताओं को भी मिलने लगा है। मैं इस बात से हैरान हूं कि मीडिया द्वारा किस तरह भ्रष्ट व्यक्तियों का इंटरव्यू लिया जा रहा है। मैंने पहले केवल चार्ल्स शोभराज जैसे अपराधी का इस तरह इंटरव्यू होते देखा है।"