इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में पीएम मोदी ने कहा- भारत ने दुनिया को दिए कई चोटी के वैज्ञानिक
By विनीत कुमार | Published: November 5, 2019 05:14 PM2019-11-05T17:14:10+5:302019-11-05T17:14:10+5:30
पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि देश में साइंस और टेक्नोलॉजी का इकोसिस्टम बहुत मजबूत होना चाहिए। पीएम ने कहा, 'एक ऐसा इकोसिस्टम जो प्रभावी भी हो और पीढ़ी दर पीढ़ी को प्रेरणा देने वाला भी हो। हम इसी दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल को मंगलवार को संबोधित करते हुए कहा कि
विज्ञान और प्रौद्योगिकी की उन्नति के बिना कोई देश प्रगति नहीं कर सकता है। कोलकाता में हो रहे साइंस फेस्टिवल को पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने कई दुनिया को चोटी के वैज्ञानिक दिए हैं।
पीएम मोदी ने कहा, 'हमारा इतिहास हमें गौरव देता है और हमारा वर्तमान भी विज्ञान से बहुत हद तक प्रभावित है।'
ये फेस्टिवल ऐसे समय में हो रहा है, जब 7 नवंबर को सी.वी रमन और 30 नवंबर को जगदीश चंद्र बोस की जन्म जयंती मनाई जाएगी।'
पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि देश में साइंस और टेक्नोलॉजी का इकोसिस्टम बहुत मजबूत होना चाहिए। पीएम ने कहा, 'एक ऐसा इकोसिस्टम जो प्रभावी भी हो और पीढ़ी दर पीढ़ी को प्रेरणा देने वाला भी हो। हम इसी दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं।'
पीएम ने कहा, हमारे विद्यार्थी देश की चुनौतियों को अपने तरीके से हल करें इसके लिए लाखों लाख छात्रों को अलग-अलग हैकाथॉन में शामिल होने का अवसर दिया गया। इसके अलावा नीतियों और आर्थिक मदद के जरिए हजारों स्टार्टअप को सपोर्ट किया गया है।'
'छात्रों में बढ़ी साइंस को लेकर रूचि'
पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे खुशी है कि देश में आज वैज्ञानित मिजाज एक अलग स्तर पर है। मैं आपको हाल ही का एक उदाहरण देता हूं। हमारे वैज्ञानिकों ने चंद्रयान 2 पर बहुत मेहनत की थी और इससे बहुत उम्मीदें पैदा हुई थीं।
सब कुछ योजना के अनुसार नहीं हुआ, फिर भी यह मिशन सफल था।'
पीएम के अनुसार, 'ऐसा लगता है कि साइंस को लेकर हमारे युवा स्टूडेंट में रुचि की एक नई लहर पैदा हुई है।
इस शक्ति को, इस उर्जा को 21वीं सदी के वैज्ञानिक वातावरण में सही दिशा में ले जाना, सही प्लेटफॉर्म देना, हम सबका दायित्व है।'
पीएम ने कहा, 'साइंस में नाकामी नहीं होती, सिर्फ कोशिश होती है, प्रयोग होते हैं, और सफलता होती है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए आप आगे बढ़ेंगे तो विज्ञान के क्षेत्र में भी आपको दिक्कत नहीं आएगी।'
बता दें कि इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिव की थीम इस बार- रिसर्च, इंनोवेशन एंड साइंस एम्पावरिंग द नेशनल है। फेस्टिवल में देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले ढाई हजार छात्रों समेत लगभग 12 हजार लोग हिस्सा ले रहे हैं।