Rajasthan Ki Taja Khabar: जयपुर में तीन संक्रमित लोगों को दी गई प्लाज्मा थैरेपी के सार्थक परिणाम मिले: डॉ भंडारी
By भाषा | Published: May 10, 2020 03:33 PM2020-05-10T15:33:29+5:302020-05-10T15:33:29+5:30
देश के कई अस्पतालों में प्लाज्मा थैरेपी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के प्रोटोकॉल के अनुसार और भारतीय औषधि महानियंत्रक की अनुमति के साथ की जा रही है।
जयपुर: राजस्थान में जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के एक शीर्ष चिकित्सक ने कहा है कि एसएमएस अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित गंभीर रोगियों के उपचार के लिये शुरू की गई प्लाज्मा थैरेपी के 'बेहतर' परिणाम देखने को मिले हैं। सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के डॉ सुधीर भंडारी ने कहा कि तीन मरीजों को सफलतापूर्ण प्लाज्मा थैरेपी दी गई और दो और मरीजों को थैरेपी दिये जाने की संभावना है।
चिकित्सकों का दल थैरेपी के परिणामों से उत्साहित है। प्लाज्मा थैरेपी के जरिये उपचार करने वाले चिकित्सकों के दल का नेतृत्व कर रहे डॉ. भंडारी ने बताया कि तीन मरीजों को प्लाज्मा थैरेपी दी गई और उसके उत्साहवर्धक परिणाम सामने आये हैं।
डॉ. भंडारी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि अभी तक तीन मरीजों को सफलतापूर्वक प्लाज्मा थैरेपी दी गई है और उनमें सुधार दिखाई दे रहा है। प्लाज्मा थैरेपी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के प्रोटोकॉल के अनुसार और भारतीय औषधि महानियंत्रक की अनुमति के साथ की जा रही है।
इस उपचार पद्धति के तहत कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हुए मरीज का प्लाज्मा संक्रमित मरीज के शरीर में डाला जाता है। उन्होंने बताया कि इस उपचार पद्धति में ऐसे लोगों का प्लाज्मा इस्तेमाल किया जाता है जो 21 से 28 दिन तक संक्रमित रहने के बाद स्वस्थ हो जाएं।
डॉ भंडारी ने कहा, ‘‘हमने कोविड-19 से संक्रमित मरीजों को पहली बार हाइड्रोक्लोरोक्वीन और लोपेनाविर 400 मिलीग्राम और रिटोनेविर 100 मिलीग्राम दवाइयां दीं।’’