पावापुरी प्रशासनः मांस-मछली बैन?, लाउडस्पीकर लगाकर मांसाहार बेचने वाले विक्रेताओं को किया सूचित, आखिर क्या है वजह
By एस पी सिन्हा | Updated: October 18, 2024 21:02 IST2024-10-18T19:55:07+5:302024-10-18T21:02:20+5:30
देश के विभिन्न छोर से इस उत्सव के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। पावापुरी के बारे में बताया जाता है कि भगवान महावीर की यह आखिरी देशना भूमि है।

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पटनाःजैन धर्म के पवित्र उत्सव को ध्यान में रखकर बिहार में नालंदा के पावापुरी में प्रशासन ने मांस-मछली को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। मांसाहारी सामान की बिक्री पर रोक की जानकारी लाउडस्पीकर लगाकर मांसाहार बेचने वाले विक्रेताओं को दिया जा रहा है। दरअसल, जैन धर्म को मानने वाले जैन समुदाय की तरफ से दिवाली के समय यहां भगवान महावीर की विशेष पूजा की जाती है। बता दें कि देश के विभिन्न छोर से इस उत्सव के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। पावापुरी के बारे में बताया जाता है कि भगवान महावीर की यह आखिरी देशना भूमि है।
यहां जैन समुदाय के तमाम ऐसे मंदिर हैं जो उनकी आस्था को दर्शाते हैं। ऐसे में यहां प्रशासन के लिए इस महोत्सव को विधिपूर्वक शांति से खत्म कराना भी एक बड़ी चुनौती है। उल्लेखनीय है कि यह भगवान महावीर का 2550 वां निर्वाण दिवस है, जो 27 अक्टूबर से लेकर 02 नवंबर तक चलेगा।
इसी क्रम में नगर प्रशासन की टीम पावापुरी के समस्त इलाकों में अपनी नजरें लगाए हुए है। प्रशासन के रडार पर पूरा पावापुरी है ताकि जैन धर्मों के प्रति आस्था रखने वाले व्यक्तियों की समुचित सुरक्षा रखी जा सके। इससे पहले बीते कल जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने जैन मंदिर पहुंचकर तैयारी का जायजा लिया था।