Pahalgam Terror Attack: कश्मीर छोड़ अपने घरों को लौटने की चाह में सैंकड़ों की संख्या में पर्यटक श्रीनगर के एयरपोर्ट पर पहुंचे हैं क्योंकि रामबन के पास राजमार्ग के बह जाने के कारण जमीनी रास्ता अभी भी बंद है। यही नहीं आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों के शवों को भी श्रीनगर एयरपोर्ट पर लाया जाने लगा है। इस बीच एनआईए की टीम भी घटनास्थल पर पहुंचने वाली है।
अधिकारियों ने बताया कि आतंकी हमले के पीड़ितों के ताबूत श्रीनगर हवाई अड्डे पर लाए गए हैं। पीड़ितों और पर्यटकों को उनके संबंधित राज्यों से घर वापस लाने के लिए कई राज्य सरकार के प्रतिनिधि श्रीनगर पहुंचे हैं।
यह 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक है। हालांकि, सरकार ने अभी तक पहलगाम में हुए आतंकी हमले में हताहतों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। जबकि सोशल मीडिया और सूत्रों द्वारा मुहैया करवाए जाने वाली संख्या 28 के मरने की पुष्टि करती है।
कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार की ओर से समन्वय करने के लिए कर्नाटक के मंत्री संतोष लाड श्रीनगर पहुंचे हैं।। अन्य राज्यों के मंत्री और अधिकारी भी मैदान पर मौजूद थे।
चूंकि श्रीनगर हवाई अड्डे के बाहर पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ रही है, इसलिए एयर इंडिया ने कश्मीर से पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए आज दिल्ली और मुंबई के लिए दो और उड़ानें संचालित की हैं। राजमार्ग बादल फटने के कारण बह चुका है और भयभीत पर्यटक जल्द से जल्द कश्मीर को किसी भी तरह से छोड़ देना चाहते हैं।
इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम आज किसी भी समय पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के स्थल का दौरा कर सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एनआईए की टीम आज किसी भी समय पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के स्थल का दौरा कर सकती है।
यदि संभव हो तो यह दौरा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के श्रीनगर पहुंचने और 26 लोगों की जान लेने वाले हमले के मद्देनजर उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा की अध्यक्षता करने के एक दिन बाद हो रहा है।
दूसरी ओर पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले के बाद चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों के मद्देनजर भारतीय सेना के एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टरों को श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर और आसपास के क्षेत्रों में उड़ान भरने की अनुमति दी गई है।