पटना: मिशन 2024 को लेकर पटना में विपक्षी एकता की बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई। विपक्षी दल की यह बैठक जो 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त विपक्षी मोर्चा बनाने के उद्देश्य से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर हुई। बैठक को लेकर विपक्षी खेमा संतुष्ट है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए विपक्षी दलों ने शिमला में 10-12 जुलाई को फिर से मिलने का फैसला किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्ष की बैठक के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम 2024 में भाजपा से लड़ने के लिए अपने-अपने राज्यों में काम करते हुए एक साथ आगे बढ़ने का एजेंडा तैयार करने के लिए जुलाई में शिमला में फिर से मिलेंगे।"
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल-यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी दलों की पटना में एक "अच्छी बैठक" हुई और साथ मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया है। बिहार सीएम ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "यह एक अच्छी बैठक थी जिसमें साथ मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया। जल्द ही एक और बैठक होगी।"
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, सांसद संजय राउत बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शामिल हुए।
इससे पहले, खड़गे ने दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश पर समर्थन की आप की मांग का जवाब दिया और कहा कि ऐसे मुद्दे हैं जिन पर संसद के मानसून सत्र में चर्चा की जा सकती है। "हमें यहां चर्चा क्यों करनी चाहिए?"