पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के बाद विपक्ष को भी नसीहत दी है और कहा है कि विपक्षी दलों को सरकार को याचिका देने के बजाय सड़कों पर उतरना चाहिए।
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, "विपक्षी दलों को सरकार को याचिका देने के बजाय सड़कों पर उतरना चाहिए, जो गरीबों की पीड़ा के लिए बहरी और अंधी हो चुकी है। मात्र बयानबाजी अब पर्याप्त नहीं है।"
बता दें कि यशवंत सिन्हा सोमवार को श्रमिक मजदूरों को जल्द से जल्द पहुंचाने की मांग को लेकर राजघाट पर धरने पर बैठे थे, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था, हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
यशवंत सिन्हा के साथ आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और विधायक दिलीप पांडेय और अन्य लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था, जो प्रवासी मजदूरों की स्थिति को लेकर राजघाट पर धरने पर बैठे थे। पुलिस इन्हें लेकर दिल्ली के राजेन्द्र नगर पुलिस स्टेशन गई थी, जहां से कुछ घंटों बाद रिहा कर दिया गया।
यशवंत सिन्हा ने मजदूरों के लिए आवाज उठाते हुए कहा था कि प्रवासी श्रमिकों को सम्मान से घर भेजा जाए और जरूरत हो तो सेना की मदद ली जाए। उन्होंने आरोप लगाया था कि यह सरकार संवेदनहीन सरकार है। हम जानते थे कुछ नहीं होगा, लेकिन हमने अपना कर्तव्य पूरा कर दिया।