अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रमुख प्रवीण तोगड़िया ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार से अफगानिस्तान के किसी भी मुस्लिम नागरिक को शरण नहीं देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हिंदू और सिख शरणार्थियों के लिए सीमा को खुला रखना चाहिये । नागपुर-वर्धा क्षेत्र की अपनी तीन दिवसीय यात्रा शुरू करने से पहले यहां हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत सबसे बड़े खतरे का सामना कर रहा है क्योंकि यह ''तालिबान विचारधारा का केंद्र'' है। उन्होंने सरकार से देश के भविष्य को ''तालिबानीकरण'' से बचाने के लिये तीन इस्लामी संगठनों पर पाबंदियां लगाने का आग्रह किया ।उन्होंने कहा, ''भारत को अफगानिस्तान से आने वाले मुस्लिम नागरिकों के लिए अपनी सीमाएं नहीं खोलनी चाहिए। भारत को उस देश के सभी हिंदू और सिखों को शरण देनी चाहिए।''तोगड़िया ने कहा, ''तालिबान एक विचारधारा है और इस विचारधारा का केंद्र भारत में है..सरकार को दारुल उलूम देवबंद, तब्लीगी जमात और जमीयत उलेमा-ए-हिंद पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। ये तालिबान विचारधारा के केंद्र हैं। भारत अब आतंकवाद के खतरे सामना कर रहा है और देश को इससे निपटने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। भारत को भविष्य में तालिबानीकरण से बचाने के लिए सरकार को इन तीन संगठनों को प्रतिबंधित करना चाहिए।
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