जन औषधि दिवस पर PM मोदी ने कहा- देश भर में 6200 औषधि केंद्रों पर बिमारियों का इलाज किया जा रहा है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 7, 2020 11:39 IST2020-03-07T10:18:51+5:302020-03-07T11:39:56+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जन औषधि केंद्रों पर जनता को संबोधित किया। पीएम मोदी के संबोधन को उत्तर प्रदेश के 900 जन औषधि केंद्रों के साथ ही देश के 6200 केद्रों पर भी सुनाया गया।

नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने जन औषधि दिवस पर कहा कि देश भर में 6200 आषधि केंद्रों पर बिमारियों का इलाज किया जा रहा है। इन केंद्रों पर पेसेंट को न सिर्फ दवा दी जाती है, बल्कि इन केंद्रों पर सभी तरह के जरूरी संसाधन भी हैं। उन्होंने कहा कि देश में 1 से लेकर 7 मार्च तक जन औषधि दिवस के रूप में मानाया जाएगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि देशभर के 728 जिलों में से 700 जिलों में औषधि केंद्र को प्रारंभ किया गया है।
PM Narendra Modi to address via video conferencing the beneficiaries of the Janaushadhi Kendras, today on Janaushadhi Diwas. Janaushadhi Kendras have started in 700 out of the 728 districts in India. (file pic) pic.twitter.com/DTxbveztap
— ANI (@ANI) March 7, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जन औषधि केंद्रों पर जनता को संबोधित किया। पीएम मोदी के संबोधन को उत्तर प्रदेश के 900 जन औषधि केंद्रों के साथ ही देश के 6200 केद्रों पर भी सुनाया गया। बता दें कि पीएम मोदी ने जन औषधि योजना की शुरुआत 1 जुलाई 2015 में की थी। यह योजना उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाइयों के दामों के बाजार मूल्य से कम पर देने से जुड़ी हुई है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है जन-औषधि केंद्र योजना। इसके तहत गरीबों तक सस्ती और सही दवाई पहुंचाई जाने की योजना है। इस उद्देश्य की पूरी के लिए ही सरकार जन औषधि केंद्र खोलने के लिए अनुदान दे रही है। वहीं पीएम मोदी इसी बाबत आज प्रदेश के नौ सौ जन औषधी केन्द्रों पर सुबह दस बजे से संबोधित करेंगे। कुछ केन्द्रों पर पीएम मोदी से संवाद करने की सुविधा भी दी जाएगी।
इसके अलावा, सरकार द्वारा ‘जन औषधि स्टोर’ बनाए गए हैं, जहां जेनरिक दवाईयां उपलब्ध करवाई जाती हैं। गौरतलब है कि जेनरिक दवाईयां ब्रांडेड दवाईयों के मुकाबले सस्ती होती हैं, हालाँकि प्रभाव ब्रांडेड दवाइयों के जैसा ही होता है। इसी जानकारी से लोगों को जागरूक करने के लिए जन औषधि अभियान शुरू किया गया है। ताकि जनता समझ सके कि ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक दवाइयों कम मूल्य पर बाजार में उपलब्ध हैं और उनकी गुणवत्ता में भी कोई कमी नहीं है।