वाराणसी, 28 मार्च काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्कृत विद्या धर्म संकाय में मुस्लिम सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति सहित विभिन्न मामलों को लेकर विवादों में रहे कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर का कार्यकाल पूरा होने के बाद केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने रविवार को उन्हें पद से हटा दिया।
शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के रेक्टर प्रोफेसर विजय कुमार शुक्ल को विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार सौंपा गया है।
मंत्रालय के अनुसार, ‘‘कार्यकाल पूरा होने के बाद बीएचयू के कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर को कुलपति के पद से हटा दिया गया है। बीएचयू अधिनियम के तहत विश्वविद्यालय के रेक्टर प्रोफेसर विजय कुमार शुक्ल बीएचयू के कुलपति का कार्यभार संभालेंगे।’’
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी राजेश सिंह ने रविवार को बताया कि प्रोफेसर भटनागर ने आज आयोजित एक कार्यक्रम में कुलपति पद का प्रभार प्रोफेसर शुक्ल को सौंपा।
गौरतलब है कि प्रोफेसर भटनागर को मार्च, 2018 में बीएचयू का कुलपति नियुक्त किया गया था। नियुक्ति के समय से ही जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से आए भटनागर पर कांग्रेस के साथ ही आरएसएस का कार्यकर्ता होने के आरोप लगे।
इसके बाद जनवरी, 2019 में विश्वविद्यालय में नियुक्ति के लिए हुए साक्षात्कार में हिंदी भाषा में उत्तर देने वाले अभ्यर्थियों को कथित रूप से बाहर कर दिया गया था जिसे लेकर लंबा विवाद चला। इस मुद्दे को लेकर अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के सामने भी कुलपति का जमकर विरोध हुआ था। घटना के बाद भटनागर पर हिंदी विरोधी होने के भी आरोप लगे।
वहीं नवंबर, 2019 में विश्वविद्यालय के संस्कृत विद्या धर्म संकाय में सहायक प्रोफेसर के पद पर फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर भी विवाद हुआ। छात्रों ने धर्मसंकाय में दूसरे धर्म के शिक्षक की नियुक्ति को लेकर धरना और अनशन किया। अंतत: दिसंबर में खान का चयन कला संकाय के लिए होने के बाद यह विवाद समाप्त हुआ।
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