लाइव न्यूज़ :

देश में ओमीक्रोन के मामले बढ़कर 422 हुए

By भाषा | Updated: December 26, 2021 11:53 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 26 दिसंबर देश के 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोरोना वायरस के नये स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के अब तक 422 मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि इनमें से 130 लोग स्वस्थ हो गए हैं या विदेश जा चुके हैं।

आंकड़ों के अनुसार, ओमीक्रोन के सर्वाधिक 108 मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। इसके बाद दिल्ली में 79, गुजरात में 43, तेलंगाना में 41, केरल में 38, तमिलनाडु में 34 और कर्नाटक में 31 मामले सामने आ चुके हैं।

मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-10 के 6,987 नए मामले आने से संक्रमण के कुल मामले 3,47,86,802 हो गए हैं। इस दौरान 162 मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 4,79,682 हो गई है।

पिछले 59 दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामले लगातार 15,000 से कम रह रहे हैं।

मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 76,766 हो गयी है जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 266 घटी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 98.40 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है। वहीं, संक्रमण की दैनिक दर 0.74 प्रतिशत है। यह पिछले 83 दिनों से दो प्रतिशत से कम रही है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी 0.62 प्रतिशत दर्ज की गयी और यह पिछले 42 दिनों से एक प्रतिशत से कम बनी हुई है।

इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,42,30,354 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 141.37 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।

देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

इस महामारी से जिन 162 मरीजों ने पिछले 24 घंटे में जान गंवाई है, उनमें से 115 की मौत केरल में और 12 की महाराष्ट्र में हुई है।

केरल सरकार ने शनिवार को एक बयान में बताया कि राज्य में सामने आए मौत के 115 मामलों में से 11 मामले पिछले कुछ दिनों में सामने आए। वहीं, मौत के 104 मामलों को केन्द्र तथा उच्चतम न्यायालय के नए दिशानिर्देशों के आधार पर कोविड-19 से मौत के मामलों में जोड़ा गया है।

आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक कोविड-19 से 4,79,682 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 1,41,416 मरीजों की मौत महाराष्ट्र में, 46,318 की केरल में, 38,309 की कर्नाटक, 36,725 की तमिलनाडु, 25,104 की दिल्ली, 22,915 की उत्तर प्रदेश और 19,711 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटसबसे आगे विराट कोहली, 20 बार प्लेयर ऑफ़ द सीरीज पुरस्कार, देखिए लिस्ट में किसे पीछे छोड़ा

ज़रा हटकेShocking Video: तंदूरी रोटी बनाते समय थूक रहा था अहमद, वीडियो वायरल होने पर अरेस्ट

क्राइम अलर्ट4 महिला सहित 9 अरेस्ट, घर में सेक्स रैकेट, 24400 की नकदी, आपतिजनक सामग्री ओर तीन मोटर साइकिल बरामद

क्रिकेटYashasvi Jaiswal maiden century: टेस्ट, टी20 और वनडे में शतक लगाने वाले छठे भारतीय, 111 गेंद में 100 रन

क्रिकेटVIRAT KOHLI IND vs SA 3rd ODI: 3 मैच, 258 गेंद, 305 रन, 12 छक्के और 24 चौके, रांची, रायपुर और विशाखापत्तनम में किंग विराट कोहली का बल्ला

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत