जम्मूः कश्मीर में कश्मीरी पंडितों और नागरिकों की हत्या को लेकर नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में एक के बाद एक लगातार हत्याएं हो रही हैं।
अब्दुल्ला ने लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध के मद्देनजर लोगों की भावनाओं का सम्मान करने की भी अपील की और कहा कि लाउडस्पीकर से होने वाले शोर की समस्या को हल करने के लिए बीच का रास्ता खोजने की जरूरत है। महाराष्ट्र में उठे लाउडस्पीकर विवाद को लेकर बीते महीने अब्दुल्ला ने कहा था कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर की अनुमति क्यों नहीं दी जा सकती? जबकि दूसरी जगहों पर लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
गौरतलब है कि 2 मई को जम्मू-कश्मीर के बड़गाम में एक तहसील दफ्तर के अंदर घुसकर आतंकियों ने राजस्व अधिकारी राहुल भट्ट की हत्या कर दी थी। राहुल भट्ट की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों ने अपनी सुरक्षा को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनों के दौरान सरकार विरोधी नारे भी लगे। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों को भी जाम कर दिया। जिसके बाद इसे खाली कराने के लिए पुलिस को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। बीजेपी ने प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडितों पर बल प्रयोग करने की आलोचना की।
कुछ दिन पहले ही आतंकी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम ने कश्मीरी पंडितों को खुलेआम धमकी दी। लश्कर-ए-इस्लाम ने धमकाते हुए कहा है कि कश्मीरी पंडित या तो घाटी छोड़ दें या फिर मरने के लिए तैयार रहें।