लाइव न्यूज़ :

ओडिशा शिक्षिका हत्याकांड : पिता ने विपक्ष और मीडिया से बेटी को ‘बदनाम’ नहीं करने की अपील की

By भाषा | Updated: November 7, 2021 22:41 IST

Open in App

भुवनेश्वर, सात नवंबर ओडिशा के कालाहांडी जिले में अपहरण के बाद मार डाली गयी एक महिला शिक्षिका के पिता ने रविवार को विपक्षी दलों एवं मीडिया से अपील की कि वे उनकी बेटी के ‘चरित्र हनन’ में शामिल होने से बचें ।

दिवंगत शिक्षक के परिवार ने कांताबनजी के कांग्रेस विधायक एस एस सलूजा की हालिया टिप्पणी पर नाराजगी जताई है कि वह मुख्य आरोपी के साथ समझौता करने के लिये गृह राज्य मंत्री डी एस मिश्रा के घर रायपुर गयी थीं ।

सलूजा ने दावा किया था कि वे 20-23 सितंबर तक तीन दिनों के लिये मिश्रा के आवास पर गए थे और मंत्री ने उनके और मुख्य आरोपी के बीच मतभेदों को सुलझाने की कोशिश की थी, जो कालाहांडी जिले के निजी स्कूल की प्रबंध समिति के अध्यक्ष हैं।

विपक्षी दल मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर मिश्रा को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने का दबाव बना रहे हैं, उनका आरोप है कि वह मुख्य आरोपी के करीबी हैं।

शिक्षिका का शव 19 अक्टूबर को उस स्कूल के खेल के मैदान से बरामद किया गया, जहां वह काम करती थी। इस सिलसिले में मुख्य आरोपी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने कहा कि अपहरण और हत्या के मुख्य संदिग्ध की शिक्षिका से दुश्मनी थी, क्योंकि वह उसके विवाहेतर संबंधों से अवगत थी और उसने चेतावनी दी थी कि वह उसे बेनकाब कर देगी।

शिक्षिका (24) के पिता ने यह भी कहा कि उन्हें और उनके परिवार को पटनायक पर पूरा भरोसा है और उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है ।

सलूजा ने कहा कि महिला का परिवार कुछ वर्गों के ‘‘दबाव’’ के कारण इस तरह की बयानबाजी कर रहा है ।

कांग्रेस विधायक ने कहा, ‘‘वे डरे और घबराए हुए हैं। एक महीने तक राज्यव्यापी हंगामे के बावजूद मंत्री को बर्खास्त नहीं किए जाने से वे खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। इसलिए, वे अब सार्वजनिक रूप से कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री पर भरोसा है ।’’

विधायक ने कहा कि दिवंगत शिक्षिका के पिता ने ही यह आरोप लगाया था कि पुलिस ने उनकी प्राथमिकी दर्ज नहीं की। सलूजा ने कहा, ‘‘अब, वे अपनी जान के खतरे के डर से कुछ और कह रहे हैं।’’

कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सुरेश राउतरे ने कहा, ‘‘परिवार के आरोपों के आधार पर, हम उन्हें न्याय दिलाने में मदद करने के लिए इस मुद्दे को उठाने के लिए आगे आए। लेकिन अब वो कुछ और ही कह रहे हैं । हालांकि, परिवार को न्याय मिलने तक कांग्रेस अपना आंदोलन जारी रखेगी।’’

इस बीच, वरिष्ठ भाजपा नेता और सुंदरगढ़ के सांसद जुएल उरांव ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के कालाहांडी दौरे से पहले महिला के परिवार पर अपना मन बदलने के लिए दबाव डाला गया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘यही कारण है कि वे अब मिश्रा के खिलाफ सामने नहीं आ रहे हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठPanchang 20 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 20 December 2025: आज ये चार राशि के लोग बेहद भाग्यशाली, चौतरफा प्राप्त होंगी खुशियां

कारोबारखाद्य सब्सिडी बढ़ी, नहीं घटी किसानों की चिंता

भारतलोकसभा, विधानसभा के बाद स्थानीय निकाय चुनावों के बीच नेताओं की आवाजाही?, राजनीति की नई शक्ल बनता दलबदल

भारतअपनी गाड़ी के लिए PUC सर्टिफिकेट कैसे बनाएं? जानिए डाउनलोड करने का आसान तरीका

भारत अधिक खबरें

भारतकर्मचारियों के लिए खुशखबरी! EPFO ने किए 2 बड़े अपडेट, अब मिलेगा ये फायदा

भारतचुनाव वाले तमिलनाडु में SIR के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से 97 लाख नाम हटा गए

भारतGujarat: एसआईआर के बाद गुजरात की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी, 73.7 लाख वोटर्स के नाम हटाए गए

भारतबृहन्मुंबई महानगरपालिका 2026ः सभी 227 सीट पर चुनाव, 21 उम्मीदवारों की पहली सूची, देखिए पूरी सूची

भारतWeather Report 20 December: मौसम विभाग ने इन राज्यों में घने कोहरे के लिए रेड और येलो अलर्ट जारी किया