राजौरी में आतंकी हमले में जान गंवाने वाले जवानों की संख्या 5 हुई, पिछले 17 दिनों में भारतीय सेना ने 10 जवान गंवाए
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 5, 2023 04:39 PM2023-05-05T16:39:06+5:302023-05-05T16:40:16+5:30
राजौरी में आतंकियो से मुठभेड़ में जान गंवाने वाले जवानों की संख्या 5 हो गई है। एलओसी से सटे राजौरी व पुंछ के जुड़वा जिलों में आतंकी सेना के लिए सिरदर्द बन गए हैं जहां वे पिछले 17 दिनों में वे 10 सैनिकों की जान लेने में कामयाब हुए हैं।
जम्मू: एलओसी से सटे राजौरी जिले के कंडी इलाके के केसर क्षेत्र में 5 मई की सुबह आतंकियों से हुई मुठभेड़ में आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किए गए जबरदस्त विस्फोटक की चपेट में आने से सेना के पांच जवानों की मौत हो गई। अभी भी एक जवान जिन्दगी और मौत से जूझ रहा है। पिछले 17 दिनों में सेना राजौरी व पुंछ के जुड़वा जिलों में आतंकियों के दो हमलों में 10 जवान गंवा चुकी है। समाचार लिखे जाने तक इन आतंकियों से मुठभेड़ जारी थी।
सेना प्रवक्ता ले कर्नल देवेंद्र आनंद ने इसकी पुष्टि की है कि आतंकी हमले में गंभीर रूप से जख्मी हुए तीन और जवानों ने आज दोपहर को दम तोड़ दिया। सुबह हमले में दो जवानों की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि अभी भी एक जवान जिन्दगी और मौत से जूझ रहा है। जान गंनावे वालों की फिलहाल पहचान उजागर नहीं की गई है पर इनमें से दो जवान सेना की विशेष फोर्स 9 पैरा के हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की खबर मिलने पर तलाशी अभियान छेड़ा गया तो आतंकियों द्वारा जबरदस्त विस्फोटक का इस्तेमाल किए जाने से यह हादसा पेश आया। प्रवक्ता ने बताया कि फिलहाल इस्तेमाल किए गए विस्फोटक के प्रति जानकारी एकत्र की जा रही है। रक्षा सूत्रों से जानकारी मिली है कि आतंकियों द्वारा राकेट लांचरों का इस्तेमाल किया गया था। ठीक इसी प्रकार का राकेट लांचर 17 दिन पहले पुंछ के भाटा धुरियां के हमले में हुआ था जिसमें सेना के पांच जवानों की मौत हो गई थी।
राजौरी के कंडी इलाके के केसर क्षेत्र में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में दो आतंकियों के मारे जाने की खबर है। आतंकियों की मौत की पुष्टि होना बाकी है। एलओसी से सटे राजौरी व पुंछ के जुड़वा जिलों में आतंकी सेना के लिए सिरदर्द बन गए हैं जहां वे पिछले 17 दिनों में वे 10 सैनिकों की जान लेने में कामयाब हुए हैं। इन आतंकियों की तलाश में सेना के हजारों जवान दिनरात एक किए हुए हैं। इन्हीं स्थानों पर अक्तूबर 2021 में हुए आतंकी हमलों में भी सेना को 9 जवान गंवाने पड़े थे।