नयी दिल्ली, दो अगस्त भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को यहां पेगासस जासूसी विवाद को लेकर केंद्र के विरूद्ध प्रदर्शन किया।
मीडिया संगठनों के एक अंतरराष्ट्रीय संगठन ने हाल में खबर दी कि दो मंत्रियों, एवं 40 से अधिक पत्रकारों, विपक्ष के तीन नेताओं, एक न्यायाधीश, उद्योगपतियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत विभिन्न लोगों के 300 से अधिक सत्यापित मोबाइल नंबर को स्पाईवेयर के माध्यम से हैकिंग के लिए निशाना बनाया गया। सरकार कह चुकी है कि ये आरोप भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने के लिए लगाये गये हैं।
एनएसयूआई का प्रदर्शन यहां शास्त्री भवन के बाहर हुआ। एक कार्यकर्ता ने कहा, ‘‘ इजरायली एजेंसी पेगासस को लेकर पूरा विवाद खड़ा हुआ और सामने आया कि कैसे भारत सरकार ने देश की सुरक्षा को खतरे में डालते हुए एक विदेशी एजेंसी के लिए द्वार खोल दिये।’’
एक बयान के अनुसार सैंकड़ों युवा कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया। एनएसयूआई के अध्यक्ष नीरज कुंदन ने एक बयान में कहा, ‘‘ यह हमारे देश के स्वतंत्र इतिहास में किसी भी सरकार की सबसे असहजकारी हरकत है। यह न केवल एक और घोटाला है बल्कि यह हमारे लोकतंत्र के सभी स्तंभों पर पूर्वनियोजित हमला है।
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