उत्तरी कर्नाटक में महादेई नदी के पानी विवाद पर किसानों और कई संगठनों ने बुधवार को विरोध का ऐलान किया है। यह प्रदर्शन सुप्रीम कोर्ट के महादेई नदी ट्राइब्यूनल के फैसले के विरोध में है। बुधवार की सुबह से किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बंद के दौरान राज्य में दुकानें, बिजनेस, प्राइवेट स्कूल पेट्रोल पंप बंद है। यहां तक कि कर्नाटक से गोवा तक की बस सेवा भी अवरुद्ध की जा रही है। वहीं खबरें ऐसी भी आ रही है कि कुछ प्रदशर्नकारियों को हिरासत में भी लिया गया है।
ये है किसानों की मांग
किसानों की मांग है कि कालसा बांदरी प्रोजेक्ट्स को कार्यान्वयन जल्द से जल्द किया जाए। सरकार के इस फैसले के बाद महादेई नदी का पानी कर्नाटक के पांच जिले हुबली, दलगाम, बागलकोट, धारवाड़ और गदक को नहीं मिल पाएगा।
कर्नाटक और गोवा के बीच पानी को लेकर विवाद
पूरा विवाद महादेई नदी के पानी पर कर्नाटक और गोवा के बीच है। 2010 में महादेई नदी पर ट्राइब्यूनल बनने के बाद कर्नाटक ने पानी की मांग को ठुकरा दिया था। इस पानी का इस्तेमाल करने वाले ज्यादतर लोग उतरी कर्नाटक के हैं। इसी के खिलाफ कर्नाटक सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस पर कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए इसको सही ठहराया है।
बता दें कि गोवा में महादेई नदी का पानी कर्नाटक को देने के मुद्दे पर सियासी खींचतान भी शुरू हो गई है। शिवसेना ने मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा इस पर सहमति जताने का विरोध भी किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को ऐसा करने से रोकने की अपील की है।