नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले तेलंगाना में उन छह लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई है। इन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13 मार्च से 15 मार्च के बीच धार्मिक सभा में भाग लिया था। इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस द्वारा पूरे निजामुद्दीन के इलाके को सील कर दिया है। सोमवार (30 मार्च) दिल्ली में कोरोना वायरस के 25 नए मरीज सामने आए, जिसमें से 19 मरीजों का संबंध निजामुद्दीन मरकज से है। इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने एक से 15 मार्च तक तबलीग-ए-जमात में भाग लिया था। हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस अवधि के बाद भी बड़ी संख्या में लोग जमात के मरकज में ठहरे रहे।
निजामुद्दीन पश्चिम इलाके को पुलिस ने किया सील, 200 से अधिक को किया गया क्वारंटाइन
दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने कुछ दिन पहले आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के कारण सोमवार को निजामुद्दीन पश्चिम में एक प्रमुख इलाके की घेराबंदी कर दी। अधिकारियों ने बताया कि इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने एक से 15 मार्च तक तबलीग-ए-जमात में भाग लिया था। हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस अवधि के बाद भी बड़ी संख्या में लोग जमात के मरकज में ठहरे रहे।
निजामुद्दीन के इलाके से 153 लोगों को कोरोना जांच के लिए अस्पताल में किया गया एडमिट
अधिकारियों ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ के अधिकारी और मेडिकल दल रविवार रात इलाके में पहुंचे। पुलिस ने कहा कि कोविड-19 के लक्षण के साथ 200 से अधिक लोगों को दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया। एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ जे सी पासे ने कहा, ‘‘रविवार को निजामुद्दीन से करीब 85 लोगों को एलएनजेपी अस्पताल लाया गया और आज 68 लोगों को लाया गया। इस तरह पृथक वार्डों में कुल 153 लोगों को भर्ती कराया गया है और जांच की जा रही है।’’
तबलीग-ए-जमात में करीब 300 से 400 लोगों ने भाग लिया था
संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिणी रेंज) देवेश श्रीवास्तव ने कहा कि तबलीग-ए-जमात में करीब 300 से 400 लोगों ने भाग लिया था। उन्होंने बताया, ‘‘हमने मरकज की इमारत को बाकी इलाके से अलग कर दिया जहां तबलीग-ए-जमात हुई थी। हम स्वास्थ्य विभाग को लोगों को जांच के लिए निकालने में मदद कर रहे हैं।’’ एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि संस्थान को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने के मामले में नोटिस जारी किया गया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जब हमें पता चला कि इस तरह का आयोजन किया गया था, तो हमने उन्हें कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए लागू बंद के तहत निषेधाज्ञा और लगायी गई पाबंदियों का उल्लंघन करने के लिए नोटिस दिया।’’ इस महीने की शुरुआत में, दिल्ली सरकार ने धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ 31 मार्च तक 50 से अधिक लोगों के विरोध प्रदर्शनों के लिए एकत्र होने पर भी रोक लगा दी थी। पूरे इलाके का घेराव कर लिया गया है जिसमें तबलीग-ए-जमात का मुख्यालय और आवास शामिल हैं।
दिल्ली सरकार ने निजामुद्दीन के मौलाना के खिलाफ FIR दर्ज करने को कहा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दक्षिणी दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम में तबलीगी जमात का नेतृत्व करने के लिए एक मौलाना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का सोमवार को आदेश दिया। दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के मामलों का पता लगाने के लिए मंगलवार को पास की कॉलोनियों में घर-घर एक अभियान शुरू करेगी। पुलिस किसी तरह के उल्लंघन पर नजर रखने के लिए ड्रोनों का इस्तेमाल कर रही है। लोगों को पृथक केंद्रों तक ले जाने के लिए बसों को तैयार रखा गया है। इलाके के उन होटलों को सील कर दिया गया है जिनमें जमात के लोग ठहरे थे।
धार्मिक आयोजन की वजह से 2 हजार लोगों पर कोरोना का खतरा
धार्मिक आयोजन में लगभग 1900 से 2000 लोग शामिल हुए थे, जिनमें देश के अलग-अलग हिस्सों के अलावा कई विदेशी नागरिक भी शामिल थे। एक विदेशी नागरिक की मौत के अलावा 19 अन्य विदेशी नागरिकों में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मरकज तबलीगी जमात मुख्यालय में एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।